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वास्तु शास्त्र के अनुसार कूड़ेदान रखने की सही दिशा

वास्तु शास्त्र में कूड़ेदान रखने की दिशा का विशेष महत्व है। सही दिशा में कूड़ेदान रखने से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। जानें किन दिशाओं में कूड़ेदान रखना वर्जित है और इससे क्या समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इस लेख में हम उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व, उत्तर और पूर्व दिशा के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
 

कूड़ेदान रखने की दिशा का महत्व

घर में किस दिशा में न रखें कूड़ेदानImage Credit source: Freepik

वास्तु शास्त्र के अनुसार कूड़ेदान: वास्तु शास्त्र का मानव जीवन में विशेष महत्व है। इसमें कई ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। कूड़ेदान का स्थान भी वास्तु में महत्वपूर्ण माना गया है।

यदि कूड़ेदान को गलत दिशा में रखा जाए, तो घर के सदस्यों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गलत दिशा में कूड़ेदान रखने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, जिससे आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है। आइए जानते हैं कि कूड़ेदान को किस दिशा में नहीं रखना चाहिए।


कूड़ेदान रखने के लिए निषेधित दिशाएँ

उत्तर-पूर्व दिशा

वास्तु के अनुसार, कूड़ेदान को उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर के सदस्यों का मन अशांत हो सकता है और तनाव बढ़ सकता है। इसका सबसे अधिक प्रभाव घर के मुखिया पर पड़ता है।

दक्षिण-पूर्व दिशा

दक्षिण-पूर्व दिशा में कूड़ेदान रखना भी वर्जित है। इससे घर में धन का प्रवाह रुक जाता है और आर्थिक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। घर के सदस्यों पर कर्ज का बोझ भी बढ़ सकता है।

उत्तर और पूर्व दिशा

पूर्व और उत्तर दिशा में भी कूड़ेदान नहीं रखना चाहिए। इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है और सदस्यों में निराशा फैल सकती है। उत्तर दिशा में कूड़ेदान रखने से करियर में अवसर कम हो सकते हैं।

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