लोकसभा में विपक्ष का हंगामा, राहुल गांधी ने उठाए गंभीर सवाल
मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा किया, जिसमें राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री को बोलने की अनुमति है, लेकिन विपक्ष के सदस्यों को नहीं। प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य सांसदों ने भी अपनी बात रखी। जानें इस विवाद के पीछे की वजह और सरकार की प्रतिक्रिया क्या रही।
Jul 21, 2025, 12:48 IST
लोकसभा की कार्यवाही में विपक्ष का विरोध
मानसून सत्र के पहले दिन, जब लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई, तब विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह सवाल उठता है कि रक्षा मंत्री को सदन में बोलने की अनुमति है, लेकिन विपक्ष के सदस्यों, जिनमें मैं भी शामिल हूं, को बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा है। यह एक नया दृष्टिकोण है। परंपरा के अनुसार, यदि सरकार के प्रतिनिधियों को बोलने का मौका मिलता है, तो हमें भी अपनी बात रखने का अवसर मिलना चाहिए।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यदि सरकार चर्चा के लिए तैयार है, तो विपक्ष के नेता को बोलने का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह बोलने के लिए खड़े हैं, इसलिए उन्हें अपनी बात रखने दी जानी चाहिए। सपा सांसद राजीव राय ने कहा कि राष्ट्रहित हमारे लिए सर्वोपरि है। पूरा विपक्ष और जनता सशस्त्र बलों और सरकार के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादी कहां हैं? सुरक्षा में हुई इस चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा?
ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों के लगातार नारेबाजी के कारण लोकसभा की कार्यवाही 1400 बजे तक स्थगित कर दी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि चर्चा के एजेंडे पर निर्णय लेने के लिए 1430 बजे बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्षी सांसद सदन के वेल में विरोध कर रहे हैं। मानसून सत्र के पहले दिन इस तरह का विरोध उचित नहीं है।
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर जवाब देने के लिए तैयार है। सदन को चलना चाहिए। आप यहां नारे लगाने नहीं आए हैं। सदन नियमों के अनुसार चलता है। उन्होंने विपक्ष से कहा कि यदि उन्हें नारेबाजी करनी है, तो उन्हें सदन से बाहर जाना चाहिए क्योंकि सदन के भीतर ऐसा करना उचित नहीं है। सभी मुद्दों पर चर्चा होगी, बशर्ते कि नोटिस दिया जाए। पहले दिन सदन को चलाना और अच्छी चर्चा करना आवश्यक है। मैं हर सांसद को उचित समय और अवसर दूंगा।