×

लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों को दी नसीहत, कहा- नारेबाजी से मत गंवाइए

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को नारेबाजी करने पर नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जो अवसर दिया है, उसे नारेबाजी से मत गंवाने का कोई कारण नहीं है। मानसून सत्र के दौरान सदन में हंगामा और प्रश्नकाल का न चल पाना भी चर्चा का विषय बना। बिरला ने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाए रखने और लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील की।
 

संसद में हंगामा और अध्यक्ष की चेतावनी

बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा हंगामा करने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को उन्हें नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें यह बड़ा अवसर दिया है, इसे नारेबाजी और तख्तियों के माध्यम से मत गंवाने का कोई कारण नहीं है।


मानसून सत्र की शुरुआत 21 जुलाई को हुई थी और आज सदन की कार्यवाही का 10वां दिन है। इस दौरान केवल मंगलवार और बुधवार को प्रश्नकाल निर्बाध रूप से चला।


सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा और मणिपुर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने संबंधी सांविधिक संकल्प को मंजूरी दी गई, लेकिन अन्य कोई महत्वपूर्ण विधायी कार्य नहीं हो सका।


शुक्रवार को कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। वे इस विषय पर चर्चा की मांग कर रहे थे, जिसके कारण बैठक कुछ ही मिनटों में दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई और प्रश्नकाल नहीं चल सका।


बैठक स्थगित करने की घोषणा से पहले अध्यक्ष बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से कहा, 'सदन की गरिमा बनाए रखें। प्रश्नकाल बहुत महत्वपूर्ण है। आप नारेबाजी और तख्तियों से अन्य सदस्यों का अधिकार नहीं छीन सकते। यह गलत तरीका है।'


उन्होंने आगे कहा, 'आप नारेबाजी करके जनता की अभिव्यक्ति नहीं कर रहे हैं। जनता ने आपको जो अवसर दिया है, उसे नारेबाजी से मत गंवाइए।'


बिरला ने कुछ वरिष्ठ नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सदस्यों को प्रश्न उठाने देना आवश्यक है, जिससे सरकार की जवाबदेही तय हो सके।


बिरला ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों से कहा, 'मैं रोज आपसे आग्रह करता हूं कि सदन की कार्यवाही को चलने दें। सांसदों को प्रश्न उठाने दें और देश को आगे बढ़ाने में सहयोग करें।'