लालू प्रसाद यादव जवाब दे, ममता बनर्जी की सरकार में बिहार के छात्रों पर क्यों हो रहे हैं हमले : नीरज कुमार
पटना, 27 सितंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में बिहार के छात्रों के साथ मारपीट को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बिहार जेडीयू के नेता नीरज कुमार ने ममता सरकार पर तंज कसा है। साथ ही इंडिया गठबंधन में शामिल लालू प्रसाद यादव से सवाल पूछा है कि क्या बिहार के छात्र दूसरे राज्य जाएंगे तो उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जाएगा।
नीरज कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में शुक्रवार को कहा है कि सिलीगुड़ी से छात्रों के साथ मारपीट का जो वीडियो आया है। इस वीडियो का वहां के पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लिया है और इसके बाद कार्रवाई हुई है।
लेकिन, इस मामले पर हम लालू प्रसाद यादव से पूछना चाहते हैं कि वह इंडिया गठबंधन में शामिल हैं। ममता बनर्जी से आपके अच्छे संबंध हैं। फिर यह उन्माद का प्रशिक्षण किसने दिया। जिसके चलते सिलीगुड़ी के होटल में यह घटना घटी। सवाल यह है कि जिस दौरान यह घटना हुई, स्थानीय प्रशासन और होटल प्रबंधन क्या कर रहा था।
उन्होंने कहा, बिहार के छात्रों के साथ मारपीट करने वाले आरोपी पकड़े गए हैं। लालू प्रसाद यादव को बताना चाहिए कि आप इंडिया गठबंधन में शामिल हैं और इस गठबंधन में शामिल ममता बनर्जी की सरकार में क्या ऐसे ही बिहार के छात्रों के साथ बर्ताव किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बिहार अन्य के लिए उदाहरण है। यहां महाराष्ट्र, गुजरात, बंगाल के लोग भागलपुर से लेकर बांका तक रहते हैं। पटना में काफी संख्या में बंगाल के लोग रहते हैं, कहीं भी किसी को कोई परेशानी नहीं है। लेकिन, यह कैसा दौर है जहां भाषा के नाम पर हमले किए जाते हैं और लालू प्रसाद यादव उनके सहयोगी बने रहते हैं।
आप गुनहगार हैं, आप इसका जवाब दीजिए कि ममता बनर्जी की सरकार में सिलीगुड़ी में यह दुखद घटना क्यों हुई है?
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने इस मामले पर कहा है कि पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है, क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे। मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे।
--आईएएनएस
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