लालू-तेजस्वी का दिल्ली दौरा: लैंड फॉर जॉब केस और सीट बंटवारे पर चर्चा
लालू और तेजस्वी का दिल्ली दौरा
राहुल गांधी, खरगे, तेजस्वी और लालू यादव.
बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव रविवार को पटना से दिल्ली पहुंचे। तेजस्वी यादव कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से सीट बंटवारे पर चर्चा कर सकते हैं। राहुल और खरगे से तेजस्वी यादव की 13 अक्टूबर को मुलाकात की संभावना है।
दिल्ली पहुंचने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कोर्ट ने उन्हें बुलाया है, इसलिए वे लोग दिल्ली आए हैं। लैंड फॉर जॉब घोटाले से जुड़े एक केस की सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई प्रस्तावित है।
इससे पहले कोर्ट ने 25 अगस्त, 2025 को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। संभावना है कि सोमवार को सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाएगी। इससे पहले सुनवाई के दौरान कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव सहित सभी आरोपियों को कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया था।
लैंड फॉर जॉब मामले में कल कोर्ट में सुनवाई
इस मामले की सुनवाई कर रहे राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष जज विशाल गोगने ने सभी आरोपियों को 13 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया, जिसके चलते लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव रविवार को दिल्ली पहुंचे हैं।
दिल्ली पहुंचने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें कोर्ट ने बुलाया है। इस कारण वे लोग दिल्ली आए हैं। वहीं, सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस से बातचीत को लेकर कोई साफ टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि गठबंधन हमसे बेहतर मीडिया जानती है। कोई राजनीतिक मीटिंग नहीं है। हालांकि लालू प्रसाद यादव ने कहा कि सीट बंटवारे पर बातचीत होगी।
राहुल-खरगे से तेजस्वी करेंगे मुलाकात
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से तेजस्वी यादव की मुलाकात भी 13 अक्टूबर यानी कल हो सकती है। कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे 55-60 सीटों के बीच मिलने पर सीट बंटवारे पर सहमति बन जाएगी।
तेजस्वी को महागठबंधन का सीएम फेस बनाने पर भी बात बन सकती है, जिसका ऐलान सीट शेयरिंग की घोषणा के साथ ही हो सकता है। बिहार में चुनाव ऐलान के बावजूद अभी तक सीटों के बंटवारे पर पूरी तरह से सहमति नहीं बन पाई है। अब लोगों की निगाहें कांग्रेस और राजद नेताओं की बैठक पर टिकी हैं।
जानें क्या है लैंड फॉर जॉब मामला
लैंड फॉर जॉब मामले में मई 2022 में CBI ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी बेटी मिशा भारती समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि पटना की कई जमीनें लालू परिवार के सदस्यों और उनके करीबी सहयोगियों के नाम पर ट्रांसफर कर दी गई थीं।
लैंड फॉर जॉब घोटाला साल 2004-2009 के दौरान का है। उस समय लालू प्रसाद यादव केंद्र में UPA सरकार में रेल मंत्री के पद पर थे। CBI का आरोप है कि इस दौरान रेलवे में ग्रुप डी की नौकरियों के बदले में कैंडिडेट्स से उनकी जमीन या संपत्ति को कम कीमत पर लालू परिवार के नाम करवा लिया गया था और कई को नौकरी दी गई थी।