लव जिहाद मामले में यूपी महिला आयोग की अध्यक्ष ने की सख्त कार्रवाई की मांग
KGMU में लव जिहाद का मामला बढ़ता हुआ
KGMU का लव जिहाद मामला.
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में एक गंभीर लव जिहाद का मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर फरार है, जिस पर आरोप है कि उसने एक हिंदू महिला डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाकर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश के लिए कई टीमें सक्रिय हैं और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
डॉ. रमीजुद्दीन नायक, जो कि KGMU के पैथोलॉजी विभाग में जूनियर रेजिडेंट हैं, पर आरोप है कि उन्होंने अपनी सहकर्मी को शादी के नाम पर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया। यह मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़ित महिला ने 17 दिसंबर को दवा की ओवरडोज लेकर आत्महत्या की कोशिश की। गंभीर स्थिति में उन्हें KGMU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें 19 दिसंबर को छुट्टी दी गई। इस बीच, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने KGMU का दौरा किया और कहा कि आरोपी की तलाश जारी है।
पहले भी धर्मांतरण का आरोप
पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि डॉ. रमीज ने पहले भी एक अन्य हिंदू युवती का धर्मांतरण कर निकाह किया था। उन्होंने बताया कि रमीज ने फरवरी 2025 में उनकी बेटी को प्यार के जाल में फंसाया और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। जब पीड़िता ने धर्म बदलने से इनकार किया, तो उसे अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई। गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात भी कराया गया।
कैंपस में एंट्री बैन और निलंबन
KGMU की विशाखा कमेटी ने जांच में डॉ. रमीज को दोषी पाया और निलंबन की सिफारिश की। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया और कैंपस में एंट्री बैन कर दी गई। पुलिस ने आरोपी के माता-पिता से चार घंटे तक पूछताछ की। कुलपति ने एक पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। पूरे पैथोलॉजी विभाग की जांच की जा रही है। कुछ फैकल्टी सदस्यों पर आरोपी का पक्ष लेने के आरोप भी लगे हैं।
महिला आयोग की अध्यक्ष की सख्त चेतावनी
बबीता चौहान ने KGMU में वीसी डॉ. सोनिया नित्यानंद से मुलाकात की और मामले की स्थिति जानी। उन्होंने कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा कि आरोपी को किसी भी हाल में सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने लव जिहाद को कैंसर से भी खतरनाक बताया और कहा कि इस मामले में कोई देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विशाखा कमेटी की रिपोर्ट महिला आयोग को सौंप दी गई है, और आयोग ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।