लखनऊ में साइबर ठगी: युवक से 8.88 लाख रुपये की धोखाधड़ी
साइबर ठगों का नया तरीका
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक युवक को फ्रीलांसिंग नौकरी का लालच देकर साइबर ठगों ने 8 लाख 88 हजार 500 रुपये की ठगी कर दी। यह धोखाधड़ी टेलीग्राम के माध्यम से शुरू हुई, जहां ठगों ने पहले छोटे-छोटे कमीशन देकर युवक का विश्वास जीता और फिर प्रीपेड कार्यों के नाम पर बड़ी रकम वसूल की। अब ठग एक लाख रुपये और मांग रहे हैं। ठगी का शिकार युवक ने जानकीपुरम थाने में शिकायत दर्ज कराई है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने इस मामले को साइबर सेल को सौंप दिया है.
कैसे हुआ ठगी का खेल
जानकीपुरम के निवासी राहुल सिंह के मोबाइल पर 9 सितंबर को एक टेलीग्राम ग्रुप से लिंक आया, जिसमें अमेजन पर उत्पादों का विज्ञापन करने और स्क्रीनशॉट भेजने के बदले कमीशन का लालच दिया गया। शुरुआत में राहुल को 150 रुपये का कमीशन मिला, जिससे उनका विश्वास बढ़ा। इसके बाद ठगों ने नए कार्य दिए, लेकिन हर बार पहले पैसे जमा करने की शर्त रखी।
धोखाधड़ी की बढ़ती रकम
टास्क फीस धीरे-धीरे बढ़ती गई, जो 1500 रुपये से शुरू होकर 1.48 लाख रुपये तक पहुंच गई। ठगों ने क्रेडिट स्कोर बढ़ाने का बहाना बनाकर 1 लाख रुपये और मांगने लगे। इस प्रकार राहुल से कुल 8,88,500 रुपये ठग लिए गए। जब ठगों ने और पैसे की मांग की, तो राहुल को संदेह हुआ। उन्होंने 1 सितंबर को बैंक जाकर अपना खाता फ्रीज कराया और जानकीपुरम थाने में शिकायत दर्ज की।
पुलिस की कार्रवाई
राहुल की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले को साइबर सेल को ट्रांसफर कर दिया है। साइबर सेल की टीम टेलीग्राम लिंक और ठगों के बैंक खातों की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार के साइबर फ्रॉड में अक्सर ठग विदेशी सर्वर का उपयोग करते हैं, जिससे जांच में समय लग सकता है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि फ्रीलांसिंग नौकरी या ऑनलाइन कमाई के लालच में पड़ने से पहले ऑफर की सत्यता की जांच करें। टेलीग्राम, व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान लिंक पर क्लिक करने और पैसे जमा करने से बचें। राहुल का मामला लखनऊ में बढ़ते साइबर अपराधों की एक और मिसाल है, जो लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी देता है.
राहुल की अपील
राहुल ने कहा, "मैंने अपनी मेहनत की कमाई गंवा दी। ठगों ने पहले छोटे कमीशन देकर भरोसा जीता और फिर बड़े झांसे में फंसाकर लाखों रुपये ठग लिए। मैं चाहता हूं कि ऐसे जालसाजों को सजा मिले, ताकि कोई और न फंसे।" लखनऊ पुलिस और साइबर सेल अब इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है, ताकि ठगों को पकड़ा जा सके और राहुल को उनका पैसा वापस मिल सके.