लखनऊ में महिला की हत्या: लूट के बाद बेटे का लापता होना संदिग्ध
लखनऊ में हत्या की सनसनीखेज घटना
लखनऊ समाचार: राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के बाबू खेड़ा गांव में शुक्रवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। एक 37 वर्षीय महिला, रेनू यादव, की निर्मम हत्या कर दी गई, जिसके बाद घर में लूटपाट की गई। इस घटना के बाद से मृतका का बेटा निखिल (20) लापता है, जिससे पुलिस को उस पर संदेह है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दे रही है.
रेनू का मायके जाना और घर लौटना
रेनू यादव अपने पति रमेश यादव (40) और तीन बेटों प्रीत (22), निखिल (20) और नितिन (16) के साथ बाबू खेड़ा गांव में निवास करती थीं। रमेश यादव आसपास के गांवों में दूध बेचते हैं। दो दिन पहले, रेनू अपने मायके काकोरी के करझन गांव गई थीं। शुक्रवार दोपहर लगभग ढाई बजे, वह अपने मझले बेटे निखिल के साथ घर लौटीं, और इसके कुछ घंटों बाद ही यह भयानक घटना घटित हुई।
खून से सना घर और लूट का सामान
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट होता है कि रेनू की हत्या किसी भारी वस्तु से वार कर की गई। घर में खून के धब्बे चारों ओर फैले हुए थे। रमेश यादव ने बताया कि बदमाशों ने घर से लगभग 5-6 लाख रुपये के सामान की लूट की। घटनास्थल पर डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल और एसीपी बबलू कुमार ने जांच शुरू कर दी है।
निखिल की संदिग्ध भूमिका
घटना के बाद, मृतका का मझला बेटा निखिल लापता है। मृतका के भाई राजकुमार ने बताया कि शाम करीब 5 बजे निखिल ने अपने मामा राजू को फोन किया और कहा कि कुछ लोग उसके पीछे हैं। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। छोटे बेटे नितिन ने बताया कि जब वह दोपहर चार बजे घर लौटा, तो मां बेहोश पड़ी थीं और चारों ओर खून बिखरा हुआ था। निखिल और उसकी बाइक दोनों गायब थे।
पति द्वारा दी गई ऑडियो रिकॉर्डिंग
रेनू के पति रमेश ने पुलिस को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सौंपी है, जिसमें निखिल द्वारा लिए गए लोन का जिक्र है। लोन न चुका पाने के कारण उसे धमकियां मिल रही थीं। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है। डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मृतका के पति की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
परिवार और करीबी लोगों की जांच
पुलिस को संदेह है कि इस वारदात में किसी करीबी का हाथ हो सकता है, क्योंकि बदमाशों को घर की पूरी जानकारी थी। निखिल के व्यवहार पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि अगर निखिल को बदमाशों ने खदेड़ा, तो वह चाचा के घर या मोहल्ले में मदद क्यों नहीं मांगने गया? इस घटना ने बाबू खेड़ा गांव और आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैला दी है।