लखनऊ में फर्जी रेलवे टीटीई की गिरफ्तारी: एक अनोखी कहानी
रेलवे विभाग में फर्जी टीटीई का मामला
रेलवे विभाग, जो दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है, में कई कर्मचारी कार्यरत हैं। केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस विभाग में भर्ती प्रक्रिया विभिन्न परीक्षाओं के माध्यम से होती है। हाल ही में लखनऊ में एक फर्जी टीटीई का मामला सामने आया है।
लखनऊ में फर्जी टीटीई का मामला आया सामने
चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक युवती को फर्जी टीटीई के रूप में गिरफ्तार किया गया। वह टीटीई की वर्दी पहने हुए, गले में आईडी कार्ड लटकाए और हाथ में कॉपी-पेन लेकर यात्रियों के टिकट चेक कर रही थी।
काजल सरोज नाम की युवती हुई गिरफ्तार
जीआरपी इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह ने बताया कि नियमित चेकिंग अभियान के दौरान स्टेशन मास्टर ने काजल सरोज का आईडी कार्ड मांगा। आईडी कार्ड में उसका नाम और पता भदोही का था।
22 साल की उम्र में बनी फर्जी टीटीई
टीटीई के पद पर सीधी नियुक्ति नहीं होती है। आमतौर पर टीसी से प्रमोशन के जरिए टीटीई बनते हैं, जिसमें 14 से 15 साल का समय लगता है। काजल की उम्र केवल 22 वर्ष है।
महिला टीसी को शक होने पर हुई कार्रवाई
काजल की गिरफ्तारी तब हुई जब एक महिला टीसी ने उसे देखकर शक जताया। रेलवे अधिकारियों को सूचित करने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इस फर्जीवाड़े में और कौन शामिल है, इसकी जांच जारी है।