लखनऊ और आस-पास के जिलों के विकास के लिए यूपी सरकार की नई योजना
लखनऊ का समग्र विकास
उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ और उसके आसपास के जिलों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करने जा रही है।
SCR का अर्थ है राज्य राजधानी क्षेत्र। यूपी सरकार ने लखनऊ और इसके चारों ओर के 5 जिलों का विकास NCR (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के तर्ज पर करने की योजना बनाई है।
इस योजना से न केवल लखनऊ की बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, बल्कि राजधानी पर बढ़ते जनसंख्या दबाव को भी कम किया जाएगा। इन पांच जिलों का कुल क्षेत्रफल लगभग 27,826 वर्ग किलोमीटर है।
SCR में शामिल जिले
लखनऊ के साथ SCR में शामिल जिले हैं:
- हरदोई (पश्चिम दिशा में),
- सीतापुर (उत्तर दिशा में),
- उन्नाव (दक्षिण-पश्चिम में),
- रायबरेली (दक्षिण-पूर्व में),
- बाराबंकी (पूर्व दिशा में).
योजना का महत्व
यह योजना राजधानी क्षेत्र और उसके आसपास के जिलों के संतुलित और समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ SCR के तहत तैयार 40 पृष्ठों का सारांश सार्वजनिक करेंगे। इसके अलावा, सार्वजनिक भागीदारी के तहत SCR का एक नया लोगो तैयार किया जा रहा है। नागरिकों से सुझाव प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल और सुझाव बॉक्स भी स्थापित किए जाएंगे।
योजना की विशेषताएँ
इस योजना में आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक और हरे क्षेत्रों का संतुलन बनाने की बात की गई है, और इसका खाका दिल्ली-NCR और मुंबई महानगर क्षेत्र के तर्ज पर तैयार किया गया है।
इस परियोजना में लखनऊ मेट्रो का विस्तार, राजमार्गों और रिंग रोड का चौड़ीकरण, सस्ती आवास, झुग्गी क्षेत्रों का पुनर्विकास, डिजिटल सुविधाएँ, सौर ऊर्जा का प्रचार, औद्योगिक क्षेत्रों और विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZs) की स्थापना, स्टार्टअप और कौशल विकास केंद्र, BRTS और इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। गोमती नदी का संरक्षण और जल प्रबंधन भी प्रमुख विषयों में से हैं।
लखनऊ का भविष्य
अधिकारियों के अनुसार, SCR परियोजना लखनऊ को एक आधुनिक, हरा और वैश्विक स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी, जिससे क्षेत्र में बुनियादी ढांचे, रोजगार और जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार होगा।