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रोहतक में किसान की हत्या: गैंगवार का नया मामला

रोहतक के रिटौली गांव में किसान अनिल की हत्या ने गैंगवार की गंभीरता को उजागर किया है। रविवार सुबह हुए इस हमले में अनिल को 15 गोलियां मारी गईं। घटना के बाद गांव में सन्नाटा है और ग्रामीण इस रंजिश से दूर रहना चाहते हैं। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन परिजनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जानें इस घटना के पीछे की कहानी और गैंगवार का इतिहास।
 

घटना का विवरण

रोहतक के रिटौली गांव में रविवार सुबह लगभग 7 बजे, किसान अनिल अपने खेत की ओर बाइक से जा रहे थे, तभी हमलावरों ने उन्हें रोका। अनिल जैसे ही गांव से दो किलोमीटर दूर पहुंचे, दो बाइकों पर सवार तीन हमलावरों ने रास्ता रोक लिया। अनिल को संभलने का मौका भी नहीं मिला और उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सिर, माथे, छाती, मुंह और पेट में 8 गोलियां लगने से वह मौके पर ही गिर पड़े।


मौके पर पुलिस की कार्रवाई

अनिल की बाइक पर एक पैर लटक गया था, जबकि सिर सड़क की ओर झुक गया था। मुंह से खून बहने लगा और हमलावर मौके से भाग गए। वारदात सुबह 7 बजे और सवा सात बजे के बीच हुई। पुलिस ने घटनास्थल से .32 बोर की गोलियों के सात खोल बरामद किए हैं, जिनमें से कुछ सड़क पर और बाकी खेतों में मिले हैं।


गांव में सन्नाटा

अनिल की हत्या के बाद रिटौली गांव में खामोशी छा गई है। गैंगवार के चलते इस हत्या पर कोई भी खुलकर बात करने को तैयार नहीं है, क्योंकि दोनों गैंग गांव के ही हैं। ग्रामीण अनिल के परिवार को सांत्वना देने तो पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें डर है कि कहीं उनका नाम इस रंजिश में न आ जाए। अनिल के एक परिजन ने बताया कि वह 10वीं पास थे और खेती करते थे। पुलिस ने गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है।


परिजनों का आक्रोश

अनिल की हत्या के बाद उनके परिवार में गहरा आक्रोश देखने को मिला। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो परिजनों ने मांग की कि हमलावरों का एनकाउंटर किया जाए। इस पर पुलिस अधिकारियों ने समझाया कि शव उठाने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का मानना है कि हमलावरों ने अनिल पर कई दिनों से नजर रखी थी।


गैंगवार का इतिहास

रिटौली के अलावा, जिले के कारोर और निंदाना गांवों में भी लंबे समय से गैंगवार चल रहा है। कारोर में 2001 से अब तक 19 लोगों की हत्या हो चुकी है। यहां छाजू और अनिल छिप्पी गैंग के बीच संघर्ष चल रहा है। निंदाना में भी डीसी और गोदू गैंग के बीच रंजिश है।