रुस्तम: एक विवादास्पद प्रेम कहानी का नया दृष्टिकोण
कहानी का सारांश
एक आदर्श नौसेना अधिकारी, जो अपने देश के प्रति समर्पित और अपने पत्नी के प्रति गहरे प्रेम में है, अचानक किनारे पर आता है और अपनी पत्नी को अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ धोखा करते हुए पकड़ लेता है। इस कहानी में, अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई है, जिससे हमें 1959 में मुंबई में घटित नानावती मामले की गहराई से जुड़े एक जटिल प्रेम त्रिकोण का अनुभव होता है।
नानावती केस का प्रभाव
यह मामला न केवल एक अपराध की कहानी है, बल्कि यह हमारे कानूनों पर भी गहरा प्रभाव डालता है। फिल्म 'रुस्तम' इस अपराध के मूल तत्वों को छूती है और एक काल्पनिक परिदृश्य में इसे प्रस्तुत करती है, जहां पात्र एक अप्रत्याशित अंत की ओर बढ़ते हैं।
निर्देशक की दृष्टि
निर्देशक तिनु सुरेश देसाई ने इस फिल्म में मुंबई के 1959 के माहौल को जीवंत किया है। सेट और कोर्ट रूम के दृश्य भव्यता से भरे हुए हैं, जो दर्शकों को उस समय की गहराई में ले जाते हैं।
अक्षय कुमार का प्रदर्शन
अक्षय कुमार ने इस फिल्म में अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। उनका प्रदर्शन न केवल दिल को छू लेने वाला है, बल्कि यह विश्वास दिलाता है कि वह इस कठिन समय में अपने चरित्र की गहराई को समझते हैं।
फिल्म की आलोचना
हालांकि, कुछ आलोचकों ने फिल्म की शोध की कमी पर सवाल उठाए हैं। निर्देशक ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने कई पहलुओं पर शोध किया, लेकिन समय की सीमाओं के कारण कुछ महत्वपूर्ण तत्वों को शामिल नहीं किया जा सका।