राहुल गांधी पर धर्मेंद्र प्रधान का कटाक्ष: चुनाव आयोग पर आरोपों का जवाब
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार में चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा। इस पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल की स्थिति उस कहावत के समान है, "नाचना न जानने पर मंच को दोष देना।" प्रधान ने ओडिशा में कांग्रेस की 'संविधान बचाओ' रैली को राजनीतिक पर्यटन का उदाहरण बताया और कहा कि ओडिशा में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के इतिहास को गरीबों और कमजोर वर्गों के अधिकारों की अनदेखी करने वाला बताया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
Jul 11, 2025, 18:57 IST
धर्मेंद्र प्रधान का राहुल गांधी पर हमला
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने बिहार में चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा। इस पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल की स्थिति उस कहावत के समान है, "नाचना न जानने पर मंच को दोष देना।" प्रधान ने ओडिशा में कांग्रेस द्वारा आयोजित 'संविधान बचाओ' रैली को राजनीतिक पर्यटन का एक उदाहरण बताया।
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा भुवनेश्वर में आयोजित रैली वास्तव में एक और राजनीतिक पर्यटन स्टंट है।" प्रधान ने यह भी कहा कि ओडिशा में भाजपा की जनहितैषी सरकार के प्रति जनता का विश्वास कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ओडिशा में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है, क्योंकि वहां के गरीब, दलित, आदिवासी, किसान और मजदूरों ने कांग्रेस को पहले ही नकार दिया है।
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि कांग्रेस का इतिहास हमेशा से कमजोर वर्गों के अधिकारों की अनदेखी करने का रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकारों द्वारा भेजे गए धन को बिचौलिए लूट लेते थे और SC, ST और पिछड़े वर्गों के हक को अपने खास वोटबैंक को समर्पित कर दिया जाता था। उन्होंने कहा कि गरीबों का हक और आदिवासियों की जमीन तभी तक सुरक्षित है जब तक कांग्रेस सत्ता में नहीं है।
प्रधान ने लिखा कि कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी और खड़गे चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हैरानी की बात है कि वही कांग्रेस पार्टी संविधान बचाने का उपदेश दे रही है, जिसने लोकतंत्र का गला घोंटते हुए आपातकाल थोप दिया था।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि राहुल गांधी की स्थिति आज 'नाच न जाने, आंगन टेढ़ा' जैसी है। बार-बार चुनावी हार के बाद कांग्रेस अब बिहार के आगामी चुनावों में 'वोट चोरी' का नया शिगूफा लेकर आई है। लेकिन ओडिशा सहित देश की जनता अब कांग्रेस और राहुल गांधी के हर प्रपंच को पहचान चुकी है और आगे भी ऐसे जनविरोधी और संविधान विरोधियों को हर चुनाव में करारा जवाब देती रहेगी।