राहुल गांधी ने VB-G RAM-G विधेयक पर भाजपा सरकार को घेरा
राहुल गांधी का आरोप
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने विकसित भारत-रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 (VB-G RAM-G विधेयक) पर संसद में चर्चा नहीं की। उनका कहना है कि यह विधेयक विकास के लिए नहीं, बल्कि विनाश का कारण बनेगा, जिससे भारतीयों को अपनी आजीविका खोने का सामना करना पड़ेगा।
संसद में चर्चा की कमी
गांधी ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक चर्चा नहीं हुई, न ही संसद में विचार-विमर्श किया गया, और राज्यों की सहमति भी नहीं ली गई। उन्होंने मोदी सरकार पर एमजीएनआरईजीए और लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया। उनका मानना है कि यह विकास नहीं, बल्कि विनाश है, जिसका खामियाजा लाखों मेहनतकश भारतीयों को भुगतना पड़ेगा।
VB-G RAM-G विधेयक का विवरण
संसद ने 18 दिसंबर को विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) (VB-G RAM G) विधेयक को पारित किया, जिसे 21 दिसंबर को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली। इस विधेयक के तहत, ग्रामीण परिवारों के प्रत्येक वयस्क सदस्य को 125 दिनों का मजदूरी रोजगार मिलेगा, जो पहले 100 दिनों का था। इसके अलावा, केंद्र और राज्यों के बीच निधि बंटवारे का अनुपात 60:40 होगा।
विशेष प्रावधान
पूर्वोत्तर राज्यों, हिमालयी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए यह अनुपात 90:10 होगा। विधेयक की धारा 6 के अनुसार, राज्य सरकारें वित्तीय वर्ष में 60 दिनों तक की अवधि को अग्रिम रूप से अधिसूचित कर सकती हैं, जिसमें बुवाई और कटाई जैसे कृषि के चरम मौसम शामिल होंगे। इसी बीच, सोनिया गांधी ने एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक में संपादकीय लेख में केंद्र सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एमजीएनआरईजीए) में प्रस्तावित परिवर्तनों के माध्यम से अधिकार-आधारित विधायी ढांचे को नष्ट करने का आरोप लगाया।