×

राहुल गांधी के बयान पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी के हालिया बयान पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के शशि थरूर ने विदेशों में भारत का पक्ष मजबूती से रखा, जबकि राहुल गांधी ने पीएम मोदी को सरेंडर करने वाला बताया। इस बयान पर पाकिस्तान में भी चर्चा हो रही है। जानिए इस राजनीतिक हलचल के पीछे की कहानी और विपक्ष के नेताओं की राय।
 

नई दिल्ली में राजनीतिक हलचल

नई दिल्ली: AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के शशि थरूर सहित कई विपक्षी नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में विदेशों में भारत का पक्ष मजबूती से प्रस्तुत किया है। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे को पीएम नरेंद्र मोदी की हार के रूप में देख रहे हैं।


ओवैसी, जो हाल ही में भारत लौटे हैं, ने राहुल गांधी के बयान से दूरी बना ली है। उन्होंने कहा कि राहुल के बयानों पर प्रतिक्रिया देने का निर्णय कांग्रेस के नेताओं को लेना चाहिए। ओवैसी ने यह भी कहा कि वे 21 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मॉनसून सत्र में पहलगाम हमले और सीजफायर पर सवाल उठाएंगे।


राहुल गांधी का बयान क्या था?


राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बारे में कहा था, 'उधर से ट्रंप ने फोन किया और इशारा किया कि मोदी जी क्या कर रहे हो? नरेंदर, सरेंडर। और 'जी हूजूर' कहकर मोदी जी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया।'


पाकिस्तान में राहुल के बयान की चर्चा


राहुल गांधी का यह बयान पाकिस्तान के नैरेटिव के अनुकूल है, जिसके कारण पाकिस्तान के कई न्यूज चैनलों ने इसे प्रमुखता से दिखाया है। इन चैनलों ने राहुल के बयान के माध्यम से भारत और पीएम मोदी को निशाना बनाया है।


इंडी गठबंधन के नेताओं की प्रतिक्रिया


इंडी गठबंधन के नेता भी राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हैं। RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि राजनीति में शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दल एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ लड़ रहे हैं, और यह समय पार्टी राजनीति का नहीं है।


यह ध्यान देने योग्य है कि राहुल का बयान उस समय आया है जब सभी पार्टी डेलिगेशन विदेशों में भारत की आवाज बने हुए हैं। इन डेलिगेशन्स में कांग्रेस के कई सांसद भी शामिल हैं, और शशि थरूर तथा असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर भारत का पक्ष मजबूती से रखा है।