राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा: ओलाफ शॉल्ज़ से चर्चा और बीएमडब्ल्यू का दौरा
राहुल गांधी ने जर्मनी में अपनी यात्रा के दौरान पूर्व चांसलर ओलाफ शॉल्ज़ के साथ चर्चा की और बीएमडब्ल्यू वर्ल्ड म्यूजियम का दौरा किया। उन्होंने भारतीय इंजीनियरिंग की उपलब्धियों की सराहना की और उत्पादन में वृद्धि की आवश्यकता पर जोर दिया। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने बर्लिन में छात्रों को संबोधित किया और लोकतंत्र के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उनकी यह यात्रा 20 दिसंबर तक जारी रहेगी, जिसमें भाजपा नेताओं की आलोचना का सामना करना पड़ा है।
Dec 19, 2025, 15:37 IST
राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा का विवरण
कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को जर्मनी के पूर्व चांसलर ओलाफ शॉल्ज़ के साथ दोपहर के भोजन के दौरान विचार-विमर्श किया। यह मुलाकात उनकी पांच दिवसीय जर्मनी यात्रा के दौरान हुई। इससे पहले, मंगलवार को उन्होंने म्यूनिख में बीएमडब्ल्यू वर्ल्ड म्यूजियम का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय इंजीनियरिंग की उपलब्धियों की सराहना की, जिसमें टीवीएस 450 सीसी मोटरसाइकिल भी शामिल थी, जो जर्मन ऑटोमोबाइल निर्माता के सहयोग से विकसित की गई है।
यात्रा के दौरान, राहुल गांधी ने बीएमडब्ल्यू द्वारा निर्मित विभिन्न कारों का प्रदर्शन देखा और आगंतुकों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत को उत्पादन में वृद्धि की आवश्यकता है, क्योंकि यह किसी भी देश की सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा, "हमारी विनिर्माण क्षमता घट रही है, जबकि इसे बढ़ना चाहिए।" पार्टी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में उन्होंने कहा, "बीएमडब्ल्यू फैक्ट्री में जाना एक शानदार अनुभव था, और मुझे खुशी है कि वहां भारतीय ध्वज लहरा रहा है।"
जर्मनी में अपनी यात्रा के दौरान, राहुल गांधी का भारतीय प्रवासी कांग्रेस (आईओसी) द्वारा बर्लिन हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने बर्लिन के हर्टी स्कूल में एक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने नेतृत्व, लोकतंत्र और वैश्विक जिम्मेदारी पर अपने विचार साझा किए। गांधी ने कहा, "लोकतंत्र केवल शासन की प्रणाली नहीं है, बल्कि यह जुड़ाव, जिम्मेदारी और जवाबदेही की एक निरंतर प्रक्रिया है।"
छात्रों और विद्वानों के एक समूह को संबोधित करते हुए, उन्होंने अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक अनुभवों से महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि साझा की। इस यात्रा ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा नेताओं की आलोचना को जन्म दिया, जिन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बार-बार की यात्राएं उनकी निष्ठा पर सवाल उठाती हैं। यह यात्रा 20 दिसंबर तक जारी रहेगी।