राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस 2025: सफेद कोट में जीवन रक्षक डॉक्टरों को सलाम
डॉक्टरों की सेवा का सम्मान
हर साल 1 जुलाई को भारत में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है, जो हमारे देश के डॉक्टरों की मेहनत और सेवा को सम्मानित करता है। यह दिन डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में मनाया जाता है, जो एक प्रसिद्ध चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री थे, क्योंकि उनका जन्मदिन और पुण्यतिथि दोनों इसी दिन पड़ती हैं। उनकी समर्पित जीवनशैली और सेवा अब डॉक्टरों के लिए एक आदर्श बन गई है। उनकी निष्ठा, देखभाल और साहस अब सभी के लिए एक उदाहरण है।
डॉक्टरों की भूमिका
चिकित्सक केवल चिकित्सा पेशेवर नहीं होते। वे सलाहकार, देखभाल करने वाले और संकट के समय में मित्र होते हैं। जब वे किसी बीमारी का निदान करते हैं या जीवन-मृत्यु के ऑपरेशन करते हैं, तो उनकी उपस्थिति अक्सर निराशा और आशा के बीच होती है। विशेष रूप से COVID-19 महामारी के दौरान, चिकित्सकों की छवि पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई। PPE सूट पहनकर, वे घंटों तक अस्पतालों में काम करते हैं, परिवार और दोस्तों से अलग रहते हुए, जीवन बचाने के लिए थकान से लड़ते हैं।
डॉक्टर बनने की चुनौतियाँ
लेकिन डॉक्टर बनना आसान नहीं है। इसमें वर्षों की पढ़ाई, नींद रहित रातें, मानसिक तनाव और हर मरीज की देखभाल के पीछे मनोवैज्ञानिक सहनशीलता शामिल होती है। सभी भारतीय डॉक्टर तनावपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हैं, जैसे अस्पतालों में भीड़, संसाधनों की कमी और मरीजों के रिश्तेदारों द्वारा हिंसा। फिर भी, वे इन सभी समस्याओं के बावजूद कार्य करते हैं।
डॉक्टर दिवस का महत्व
डॉक्टर दिवस अब केवल एक दिन नहीं है, बल्कि यह एक अनुस्मारक है। यह याद दिलाता है कि इन डॉक्टरों का सम्मान केवल संकट के समय में नहीं, बल्कि हमेशा किया जाना चाहिए। यह बेहतर स्वास्थ्य केंद्रों, डॉक्टरों की सुरक्षा के उपायों और उन लोगों के लिए मनोवैज्ञानिक देखभाल की आवश्यकता की भी याद दिलाता है, जिनका जीवन दूसरों को ठीक करने में व्यतीत होता है।
डॉक्टरों की मानवता
जैसे-जैसे हम तेजी से विकसित हो रहे स्वास्थ्य देखभाल और प्रौद्योगिकी के युग में प्रवेश कर रहे हैं, चिकित्सकों द्वारा प्रदान की जाने वाली मानवता ऐसी चीज है जिसे कोई भी प्रतिस्थापित नहीं कर सकता। चाहे वह किसी शहर के अस्पताल में हो या किसी दूरदराज के गांव में, उनकी निष्ठा जीवन बचाने के एक सामान्य उद्देश्य से उन्हें जोड़ती है।
प्रधानमंत्री का संदेश
राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के सभी मेहनती डॉक्टरों को दिल से शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने उनके समर्पण, करुणा और भारत के स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उनके संदेश में यह भी बताया गया कि डॉक्टर केवल जीवन रक्षक नहीं होते, बल्कि समाज में आशा और सहनशीलता के प्रतीक भी होते हैं।
डॉक्टरों को श्रद्धांजलि
इस डॉक्टर दिवस पर, आइए हम उन सभी डॉक्टरों को श्रद्धांजलि दें जिन्होंने कभी हमारा इलाज किया, हमारे साथ खड़े रहे और हमें केवल दवाओं से नहीं, बल्कि आशा से ठीक किया।