राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राफेल जेट में उड़ान भरकर नया इतिहास रचा
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरकर एक नया इतिहास रचा है। यह उड़ान भारत की बढ़ती रक्षा क्षमताओं और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। राष्ट्रपति मुर्मू, जो पहले भी सुखोई 30 में उड़ान भर चुकी हैं, अब राफेल में उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति बन गई हैं। इस उड़ान के दौरान स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह भी उनके साथ थीं, जिनके बारे में पाकिस्तान ने झूठी खबरें फैलाई थीं। राफेल जेट्स ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है।
Oct 29, 2025, 13:42 IST
राष्ट्रपति मुर्मू की ऐतिहासिक उड़ान
आज सुबह, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरकर एक नया अध्याय लिखा। इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। यह उड़ान न केवल उनके साहसिक नेतृत्व का प्रतीक है, बल्कि भारत की बढ़ती रक्षा क्षमताओं और आत्मनिर्भरता के संकल्प को भी दर्शाती है। इससे पहले, 8 अप्रैल 2023 को, राष्ट्रपति मुर्मू ने असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई फाइटर विमान में उड़ान भरी थी। इस प्रकार, वह फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति बनीं। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल ने भी सुखोई 30 एमकेआई में उड़ान भरी थी। अब, राफेल फाइटर जेट में उड़ान भरकर राष्ट्रपति मुर्मू ने एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है।
स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह का उल्लेख
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू इस उड़ान के दौरान स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ थीं, जिनके बारे में पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि उन्हें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पकड़ा गया था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान ने शिवांगी सिंह के खिलाफ निरंतर झूठा प्रचार किया है। यह ध्यान देने योग्य है कि राफेल फाइटर जेट को फ्रेंच एयरफोर्स कंपनी डिसॉल्ट एिएशन द्वारा निर्मित किया गया था और इसे सितंबर 2020 में अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। पहले पांच राफेल जेट्स, जो 27 जुलाई 2020 को फ्रांस से आए थे, उन्हें 17 स्क्वाडन गोल्डन एरो में शामिल किया गया था।
राफेल जेट की महत्वपूर्ण भूमिका
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की राफेल फाइटर जेट में उड़ान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल के समय में इस विमान ने कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया है। राफेल जेट्स का उपयोग ऑपरेशन सिंदूर में भी किया गया था, जिसने 7 मई को पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में कई आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया था।