राधिका यादव: उभरती टेनिस खिलाड़ी की हत्या का रहस्य
राधिका यादव: एक उभरती टेनिस चैंपियन
23 मार्च 2000 को जन्मी राधिका यादव, 25 वर्ष की आयु में भारत की उभरती टेनिस खिलाड़ियों में से एक थीं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय प्रगति की थी। अपने करियर में, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) की डबल्स श्रेणी में 113 की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की। हरियाणा में, वह महिलाओं की डबल्स श्रेणी में पांचवें स्थान पर थीं। हाल ही में, गुरुग्राम के सेक्टर-57 में अपने घर पर उनके पिता द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। दीपक यादव, जो इस मामले में आरोपी हैं, ने अपनी बेटी राधिका पर पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन गोलियां राधिका को किचन में रहते हुए लगीं।
राधिका यादव की उपलब्धियाँ
राधिका ने ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) प्रतियोगिताओं में भी अपनी छाप छोड़ी। जनवरी 2018 में अंडर-18 श्रेणी में उनकी सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय रैंकिंग 75 थी और वह रिकॉर्ड 11 सप्ताह तक शीर्ष 100 में रहीं। महिलाओं के सर्किट में उनकी उच्चतम रैंकिंग सिंगल्स में 35 और डबल्स में 53 थी, जो उनकी निरंतरता और सुधार का सच्चा प्रतिबिंब है।
उभरते सितारों जैसे श्रिवल्ली भामिदिपति, पूरवी भट्ट और थानिया सारा गोगुलामंडा के साथ राधिका को भारत के अगले शीर्ष खिलाड़ियों में से एक माना जाता था। वह एक सफल टेनिस अकादमी की मालिक और मुख्य कोच भी थीं, जो घर में विवाद का कारण बन गई।
राधिका यादव की हत्या का कारण
सूत्रों के अनुसार, राधिका के पिता को अक्सर रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा उनकी बेटी की कमाई पर निर्भर रहने के लिए मजाक बनाया जाता था। यह अपमान उनकी बढ़ती निराशा का कारण बना। इसके अलावा, राधिका की सोशल मीडिया पर सक्रियता और विशेष रूप से इंस्टाग्राम रील बनाने की प्रवृत्ति भी एक और विवाद का कारण बनी। एक रील को लेकर उनके पिता ने उनसे उसे हटाने के लिए कहा, जिससे बहस शुरू हुई।
पुलिस के अनुसार, राधिका के पिता दीपक यादव ने स्वीकार किया कि वह पिछले 15 दिनों से अवसाद से जूझ रहे थे, जो उनकी बेटी के बढ़ते करियर के कारण सामाजिक अपमान से बढ़ गया था। FIR में दीपक ने उल्लेख किया कि उनकी "आत्म-सम्मान" को गहरा आघात पहुंचा और वह अपमान सहन नहीं कर सके।