×

रात को ब्रश न करने से बढ़ सकता है दिल की बीमारी का खतरा: नई स्टडी

एक नई स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि रात को ब्रश न करने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। इस अध्ययन में 20 साल और उससे अधिक उम्र के 1675 लोगों को शामिल किया गया था। शोध से पता चला है कि नियमित रूप से ब्रश करने से न केवल दांतों की समस्याएं कम होती हैं, बल्कि दिल की बीमारियों का जोखिम भी घटता है। जानें इस अध्ययन के बारे में और अपने मौखिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपाय।
 

रात को ब्रश करने का महत्व


क्या आप भी रात में ब्रश करना अनावश्यक समझते हैं और बिना ब्रश किए सो जाते हैं? यदि हां, तो आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। एक हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई है कि रात को ब्रश न करने वाले व्यक्तियों में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।


नेचर जर्नल की साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, रात में ब्रश न करने से दिल की बीमारी का जोखिम बढ़ता है। इस शोध में 20 वर्ष और उससे अधिक आयु के 1675 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। अध्ययन से पता चला है कि जो लोग रात में ब्रश नहीं करते, उनमें कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज़ का खतरा अधिक होता है। नियमित रूप से ब्रश करने से पेरियोडोंटल डिज़ीज़, दांतों की सड़न और मौखिक स्वच्छता से संबंधित समस्याओं में कमी आ सकती है।


3 साल तक की गई निगरानी
यदि आप मौखिक स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते हैं, तो आपको दिल की बीमारी के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। नेचर जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, इस अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों को ओसाका यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में सर्जरी, परीक्षण और उपचार के लिए 2013 से 2016 के बीच भर्ती किया गया था।


रोजाना कितनी बार ब्रश करना चाहिए?
अध्ययन में शामिल समूहों में से 409 लोग दिन में दो बार (सुबह और रात) ब्रश करते थे। 751 लोग केवल रात में ब्रश करते थे, जबकि 164 लोग केवल सुबह दांत साफ करते थे। एक समूह ऐसा भी था जो न सुबह और न ही रात में ब्रश करता था। अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन रोजाना दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करने की सलाह देता है। इसके अलावा, दिन में कम से कम एक बार फ्लॉसिंग करने से मुँह में बैक्टीरिया और प्लाक को हटाने में मदद मिलती है।