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राज्य में साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए नया सुरक्षा केंद्र स्थापित

राज्य में साइबर अपराधों की बढ़ती समस्या को देखते हुए एक नया सुरक्षा ऑपरेशन सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यह केंद्र आर्थिक अपराध इकाई के अंतर्गत कार्य करेगा और इसके लिए 14 करोड़ 74 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। हाल ही में तीन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है, जिन्होंने यू-ट्यूब और गूगल से फर्जीवाड़ा करने की तकनीक सीखी थी। इसके अलावा, भ्रष्ट लोकसेवकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए नया केंद्र

राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने और सरकारी तंत्र को सुरक्षित रखने के लिए एक नया सुरक्षा ऑपरेशन सेंटर (एसओसी) स्थापित किया जा रहा है। यह केंद्र आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अंतर्गत कार्य करेगा और इसे चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। गृह विभाग ने इसके लिए 14 करोड़ 74 लाख रुपये की राशि जारी की है। यह जानकारी एडीजी (ईओयू) नैयर हसनैन खान ने पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में साझा की।


साइबर सुरक्षा के लिए ठोस कदम

एडीजी ने बताया कि साइबर अपराध की रोकथाम और सुरक्षा से संबंधित सभी पहलुओं पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इस केंद्र की भूमिका साइबर अपराध से जुड़े मामलों के त्वरित निष्पादन में महत्वपूर्ण होगी। इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक वाले सॉफ्टवेयर और उपकरणों की खरीद की जाएगी।


फर्जीवाड़ा करने वाले साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी

हाल ही में मधेपुरा से तीन साइबर अपराधियों रामप्रवेश कुमार, विकास कुमार और मिथिलेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है। इन तीनों ने यू-ट्यूब और गूगल से साइबर फर्जीवाड़ा करने की तकनीक सीखी थी। इनकी पूछताछ में पता चला कि ये आधार डेटा और बायोमेट्रिक जानकारी की चोरी कर रहे थे। ईओयू ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।


भ्रष्ट लोकसेवकों के खिलाफ कार्रवाई

एडीजी ने बताया कि ईओयू ने भागलपुर के जिला अवर निबंधक विनय सौरभ और मधुबनी अंचल के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई की है। विनय सौरभ के खिलाफ 188 प्रतिशत और विनोद कुमार राय के खिलाफ 69.35 प्रतिशत अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है। विनोद राय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।


विधायक खरीद-फरोख्त मामले में पूछताछ

विधायक खरीद-फरोख्त मामले में अब तक दो विधायकों भागीरथी देवी और दिलीप राय से ईओयू में पूछताछ की जा चुकी है। कुल मिलाकर 5 विधायकों, 6 राजनीतिक कार्यकर्ताओं और 9 विधायकों के अंगरक्षकों से पूछताछ की गई है। मामले की जांच जारी है। इस प्रेस वार्ता में डीआईजी (साइबर) संजय कुमार सिंह भी उपस्थित थे।