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राजीव प्रताप रूडी ने CCI चुनाव में संजीव बालियान को हराकर जीती महत्वपूर्ण भूमिका

भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सचिव पद के लिए हुए चुनाव में अपने पार्टी सहयोगी संजीव बालियान को हराकर महत्वपूर्ण जीत हासिल की। इस चुनाव में 102 मतों के अंतर से जीत दर्ज करते हुए, उन्होंने 25 वर्षों से क्लब में अपने प्रभाव को बनाए रखा है। चुनाव में 1,295 सांसदों में से 680 से अधिक ने वोट डाले, जो अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। जानें इस चुनाव के पीछे की राजनीति और रूडी की भविष्य की योजनाएँ।
 

भाजपा सांसद की जीत

भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) के सचिव (प्रशासन) के पद के लिए हुए चुनाव में अपने पार्टी के साथी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान को हराकर महत्वपूर्ण जीत हासिल की। इस चुनाव में जोरदार प्रचार और अप्रत्याशित राजनीतिक गठजोड़ देखने को मिला, जिसमें श्री रूडी ने 102 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। कुल 707 वोट पड़े, जिनमें से लगभग 679 वैध थे और 38 मतपत्र रद्द हुए, जो कुल मतदाताओं का लगभग 60 प्रतिशत है। CCI चुनावों में यह अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत माना जा रहा है।


रूडी का दबदबा

भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में अपने 25 साल के प्रभाव को बनाए रखा है। उन्होंने अपने पार्टी सहयोगी संजीव बालियान को इस कड़े मुकाबले में हराया। इस चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी जैसे कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। जब उनके समर्थकों ने उनकी जीत का जश्न मनाना शुरू किया, तो रूडी ने कहा कि उन्होंने 100 से अधिक वोटों से जीत हासिल की है और उनके पैनल के सदस्य, जो विभिन्न दलों से थे, ने भी सफलता प्राप्त की है।


मतदान का रिकॉर्ड

अधिकारियों के अनुसार, कुल 1,295 वर्तमान और पूर्व सांसदों में से 680 से अधिक वैध वोट डाले गए, जिससे क्लब के पदाधिकारियों के चुनाव में यह अब तक का सबसे अधिक मतदान रहा। चुनाव में 11 कार्यकारी सदस्यों के लिए 14 सदस्यों ने अपनी दावेदारी पेश की। निवर्तमान सचिव (प्रशासन) रूडी, जो पाँचवीं बार लोकसभा सांसद हैं, को बालियान से कड़ी चुनौती मिली, लेकिन उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की।


भाजपा बनाम भाजपा

चूंकि दोनों मुख्य दावेदार एक ही पार्टी से थे, इसलिए चुनाव को भाजपा बनाम भाजपा की टक्कर माना गया। यह माना जा रहा है कि रूडी को विपक्षी सदस्यों का समर्थन मिला, जबकि भाजपा के सदस्य विभाजित थे और कई बालियान के पक्ष में थे।


रूडी की प्रतिक्रिया

अपनी जीत को "शानदार" बताते हुए, रूडी ने उन सदस्यों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने 25 वर्षों तक उन्हें और उनकी टीम को वोट दिया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह सभी सांसदों और उन सभी लोगों के लिए एक शानदार जीत है जो वोट देने आए और पिछले दो दशकों से टीम के प्रयासों का समर्थन किया। यह एक खूबसूरत अनुभव है।" भाजपा के केंद्रीय मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा, साथ ही कांग्रेस के सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं ने मतदान किया।


अन्य प्रमुख नेताओं की भागीदारी

पीयूष गोयल और किरेन रिजिजू जैसे अन्य केंद्रीय मंत्रियों और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी उम्मीदवारों के रूप में मतदान किया और रूडी तथा बालियान के समर्थकों को एकजुट करने के लिए जोरदार पैरवी की।


भविष्य की योजनाएँ

रूडी ने अपने कार्यकाल के दौरान क्लब में कई सुविधाएँ जोड़ने और इसके आधुनिकीकरण का उल्लेख किया, जबकि बालियान ने बदलाव की वकालत की, उनका कहना था कि क्लब को सांसदों और पूर्व सांसदों की आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि आईएएस और आईपीएस अधिकारियों जैसे "बाहरी" लोगों पर।


क्लब की संरचना

लोकसभा अध्यक्ष क्लब के पदेन अध्यक्ष होते हैं, लेकिन सचिव क्लब के कार्यकारी कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।