राजस्थान में राशन दुकानों के किराए पर नई धोखाधड़ी, अंगूठा सत्यापन भी हुआ बेकार
खाद्य सुरक्षा योजना में गड़बड़ी
खाद्य विभाग ने राशन की दुकानों को किराए पर देने में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए पोस मशीन पर पासवर्ड के स्थान पर अंगूठे से सत्यापन की नई प्रणाली लागू की थी। हालांकि, डीलरों ने रसद अधिकारियों के साथ मिलकर इस व्यवस्था में भी छेड़छाड़ कर ली। उन्होंने किराए पर चल रहे दुकानदार का आधार कार्ड विभाग में जमा कर दिया। जब सत्यापन नहीं हुआ, तो डीलर ने तीन बार अंगूठा लगाकर ओटीपी के माध्यम से पोस मशीन चालू करवा दी। इस प्रकार, विभाग की गड़बड़ी रोकने की कोशिशों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
सत्यापन में गड़बड़ी
जयपुर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जिला रसद अधिकारियों को भी गड़बड़ी का सामना करना पड़ा। जब किराएदार के आधार कार्ड पर सत्यापन नहीं हुआ, तो पोस मशीन चालू नहीं हो सकी और दुकानों पर लाभार्थियों की लंबी कतारें लग गईं। ऐसे में कुछ डीलर डर के मारे चुपचाप जिला रसद अधिकारी कार्यालय पहुंचे और किराएदार के स्थान पर अपना आधार कार्ड जमा करवा दिया।
फीडबैक से खुलासा
खाद्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नई व्यवस्था के संबंध में फीडबैक लेने पर मिलीभगत से गड़बड़ियों का खुलासा हुआ। सत्यापन के लिए डीलरों ने जिला रसद अधिकारी कार्यालय में किराएदारों के आधार कार्ड जमा किए, लेकिन जब किराएदार ने मशीन का संचालन करना चाहा, तो सत्यापन नहीं हो सका।
नई व्यवस्था का ट्रायल
विभाग के उच्च अधिकारी गेहूं वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए प्रयासरत हैं। नई व्यवस्था अभी ट्रायल के चरण में है और फील्ड से विभिन्न प्रकार के फीडबैक प्राप्त हो रहे हैं।
प्रियव्रत चारण, जिला रसद अधिकारी जयपुर शहर