राजस्थान में मां और चार बच्चों की सामूहिक आत्महत्या की घटना में नया मोड़
सीकर में हुई हृदयविदारक घटना
राजस्थान के सीकर शहर में शनिवार को एक दुखद सामूहिक आत्महत्या की घटना ने सबको चौंका दिया है। अनिरुद्ध रेजिडेंसी फ्लैट में किरण देवी उर्फ पिंकी (35) और उनके चार बच्चों, तीन बेटों सुमित (15), आयुष (12), अवनीश (8) और बेटी स्नेहा (10) के शवों का पोस्टमॉर्टम अब तक नहीं हो सका है। इसका मुख्य कारण परिजनों की अनुपस्थिति है। पुलिस पिछले एक दिन से प्रयास कर रही है, लेकिन कोई भी रिश्तेदार सीकर नहीं पहुंचा है। अब जांच का ध्यान किरण के पहले पति नेमीचंद पर केंद्रित है, जिनसे वह 2019 में अलग हो गई थीं और वर्तमान में शैलेश के साथ रह रही थीं।
खौफनाक दृश्य और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना का पता रविवार सुबह बदबू फैलने पर चला। जब पड़ोसियों ने शक के आधार पर फ्लैट का दरवाजा तोड़ा, तो अंदर का दृश्य भयावह था। सभी पांच शव सड़ चुके थे। पुलिस को मौके से 10 जहर के पैकेट मिले, जिनमें से 8 का उपयोग किया गया था। एक तरल जहर की बोतल भी बरामद की गई। बदबू इतनी तेज थी कि पुलिसकर्मियों को अंदर जाने के लिए अगरबत्ती और इत्र का उपयोग करना पड़ा। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि शवों को मोर्चरी में रखा गया है, लेकिन पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों की सहमति आवश्यक है।
किरण का पारिवारिक इतिहास
किरण मूल रूप से मुंडवाड़ा (सीकर) की निवासी थीं। उन्होंने 2006 में नेमीचंद से प्रेम विवाह किया, जिसके बाद सुमित और स्नेहा का जन्म हुआ। 2019 में वैवाहिक विवाद के कारण उनका तलाक हो गया। इसके बाद वह शैलेश के साथ लीव-इन रिलेशनशिप में रहने लगीं, जिनसे आयुष और अवनीश का जन्म हुआ। पिछले साल किरण ने शैलेश के खिलाफ झूठा रेप का मामला दर्ज कराया था, जो बाद में फर्जी साबित हुआ। तब से वह बच्चों के साथ अकेली रह रही थीं।
नेमीचंद का टालमटोल
रविवार की सुबह से पुलिस ने नेमीचंद को फोन किया है, जो मुंडवाड़ा में ही हैं, लेकिन वह टालमटोल कर रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि परिजनों के बयान और सहमति के बिना पोस्टमॉर्टम नहीं हो सकता। नेमीचंद से अपील की गई है कि वे जल्द सीकर आएं। किरण के मायके वालों से भी संपर्क किया जा रहा है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। पुलिस अब शैलेश को भी तलब करने पर विचार कर रही है। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव को आत्महत्या के कारण माना जा रहा है। सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन जहर के पैकेट से स्पष्ट है कि यह सामूहिक निर्णय था। फिलहाल अनिरुद्ध रेजिडेंसी में मातम का माहौल है। पुलिस ने परिजनों से तुरंत संपर्क करने की अपील की है। नेमीचंद के पहुंचने पर ही पोस्टमॉर्टम होगा और जांच आगे बढ़ेगी।