राजस्थान में अवैध तरीके से भारत आए पाकिस्तानी दंपति की मौत
पाकिस्तानी दंपति की दुखद कहानी
एक हिंदू दंपति, जो सुखमय जीवन की तलाश में पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आया था, राजस्थान के जैसलमेर में एक भयानक स्थिति में फंस गया। पीने के पानी की कमी के कारण दोनों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान 17 वर्षीय रवि कुमार और 15 वर्षीय शांति बाई के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले के मीरपुर माथेलो के निवासी थे। चार महीने पहले इन दोनों ने पारंपरिक विवाह किया था और भारत में सुरक्षित जीवन की उम्मीद में वीज़ा के लिए आवेदन किया था। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच के तनावपूर्ण संबंधों के कारण उनका वीज़ा आवेदन अस्वीकृत हो गया।
अवैध सीमा पार करने का निर्णय
वीज़ा न मिलने के बावजूद, इस दंपति ने भारत आने के लिए अवैध तरीके से सीमा पार करने का निर्णय लिया। रवि कुमार के पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपनी योजना पर अडिग रहते हुए यात्रा शुरू की। सीमा पार करने के एक सप्ताह बाद, वे भिभियान के रेगिस्तानी इलाके में भटक गए और पानी की कमी के कारण उनकी जान चली गई। शनिवार को जब उनके शव मिले, तो एक तस्वीर में देखा गया कि एक खाली जरीकैन रवि कुमार के चेहरे पर रखा था, जो उनकी पानी की तलाश की गंभीरता को दर्शाता है।
पुलिस की जांच और परिवार की चिंता
रविवार को मेडिकल बोर्ड ने दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम किया। शवों के पास पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र भी मिले हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में चिंता बढ़ गई है। पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि यह कोई घुसपैठ या आपराधिक गतिविधि का हिस्सा तो नहीं था। इस बीच, हिंदू पाकिस्तानी विस्थापित संघ के जिला समन्वयक दिलीप सिंह सोढ़ा ने कहा कि यदि भारत सरकार शवों को पाकिस्तान वापस नहीं भेजती है, तो जैसलमेर में उनके परिजन हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हैं।
सुरक्षा चौकसी में वृद्धि
इस घटना के बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा चौकसी और निगरानी को और मजबूत करने का निर्णय लिया है, क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बना हुआ है। जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है, जिसमें एक किशोर दंपति की प्यास और डिहाइड्रेशन के कारण मौत हुई।