राजनांदगांव में ₹10,500 करोड़ का औद्योगिक निवेश, यूरिया प्लांट की स्थापना
राजनांदगांव को मिली नई औद्योगिक सौगात
डॉ. रमन सिंह के प्रयासों से राजनांदगांव को ₹10,500 करोड़ की औद्योगिक सौगात, गेल लगाएगा यूरिया प्लांट
राजनांदगांव को विकास की नई सौगात, मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना में ₹87.58 लाख के 17 कार्य स्वीकृत
विस अध्यक्ष एवं क्षेत्र विधायक डॉ. रमन सिंह ने इस स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया
राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष और राजनांदगांव के विधायक डॉ. रमन सिंह के लगातार प्रयासों और दूरदर्शी नेतृत्व के चलते राजनांदगांव जिले को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक उपलब्धि मिली है। गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) ने राजनांदगांव में ₹10,500 करोड़ के निवेश से यूरिया उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है।
यह निवेश प्रस्ताव छत्तीसगढ़ स्किल टेक कार्यक्रम के दौरान सामने आया, जिसे राज्य कौशल विकास विभाग और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग ने आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में विभिन्न कंपनियों ने उर्वरक, टेक्सटाइल, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर क्षेत्रों में कुल ₹13,690 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में, गेल द्वारा प्रस्तुत यह सबसे बड़ा निवेश प्रस्ताव है, जिसके तहत राजनांदगांव में गैस पाइपलाइन आधारित यूरिया संयंत्र की स्थापना की जाएगी। इस परियोजना से क्षेत्र में औद्योगिक आधार मजबूत होगा और लगभग 3,500 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
प्रस्तावित यूरिया प्लांट से हर साल लगभग 1.27 मिलियन टन यूरिया का उत्पादन होगा, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और छत्तीसगढ़ की औद्योगिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाई मिलेगी।
इसके साथ ही, राजनांदगांव क्षेत्र के समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत 87 लाख 58 हजार की लागत से 17 विकास कार्यों को स्वीकृति दी गई है।
इन स्वीकृत कार्यों में सामुदायिक भवन, व्यावसायिक परिसर, रंगमंच निर्माण, सीसी रोड, मुक्तिधाम शेड, प्रतीक्षालय निर्माण और अन्य जनोपयोगी अधोसंरचना शामिल हैं, जो स्थानीय नागरिकों को लाभान्वित करेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस ऐतिहासिक औद्योगिक निवेश और विकास कार्यों की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय राजनांदगांव के आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक विकास को नई दिशा देगा और जिले को विकास के नए केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।