राजकोट में चांदी की कीमतों में उछाल से 44 व्यापारी दिवालिया
चांदी की कीमतों में वृद्धि का संकट
राजकोट से आई एक रिपोर्ट के अनुसार, चांदी की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों को लाभ पहुंचाया है, लेकिन इसके विपरीत, 44 व्यापारियों को दिवालिया घोषित होना पड़ा है। वैश्विक स्तर पर चांदी की कीमतों में आई तेजी ने एक गंभीर संकट उत्पन्न किया है, जिसके चलते इन व्यापारियों ने खुद को दिवालिया घोषित किया। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन कंपनियों पर 3,500 करोड़ रुपए की बकाया देनदारियां हैं, जिन्हें चुकाने में वे असमर्थ रहे।
चांदी की कीमतों में अस्थिरता
यह संकट तब शुरू हुआ जब राजकोट के व्यापारी चांदी की कीमतों में स्थिरता की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन अचानक कीमतें 1.25 लाख रुपए प्रति किलोग्राम से ऊपर चली गईं। चांदी की कीमतों में यह अस्थिरता कई व्यापारियों के लिए परेशानी का कारण बनी, जिन्होंने 2025 में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद में चांदी की शॉर्ट सेलिंग की थी। जब बाजार में तेजी आई, तो बिक्री मूल्य और बाजार मूल्य के बीच का अंतर इतना बढ़ गया कि उसे संभालना मुश्किल हो गया।
दिवालिया होने वाले व्यापारी
शनिवार रात को चांदी के व्यापारियों ने एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें 44 व्यापारियों ने कर्ज चुकाने में असमर्थता स्वीकार की और बाजार में आई गिरावट के आगे समर्पण कर दिया। इस स्थिति का प्रभाव पूरे व्यापार नेटवर्क पर पड़ा है, जो अहमदाबाद, इंदौर और दुबई जैसे शहरों तक फैला हुआ है। व्यापारियों को विश्वास था कि कीमत 1.25 लाख रुपए से अधिक नहीं जाएगी, लेकिन जब ऐसा हुआ, तो वित्तीय बोझ बढ़ गया। कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और बाजार से भाग गए।
चांदी की कीमतों में गिरावट
भारत के मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखी जा रही है। दोपहर 3:15 बजे चांदी के दाम 14,022 रुपए की गिरावट के साथ 2,36,990 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। कारोबारी सत्र के दौरान चांदी के दाम 18,784 रुपए तक टूट गए और 2,32,228 रुपए पर आ गए। पिछले तीन कारोबारी दिनों में चांदी के दाम में 22,000 रुपए से अधिक की गिरावट आई है, जबकि एक दिन पहले चांदी के दाम 2.50 लाख रुपए के स्तर को पार कर गए थे।