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रक्षा मंत्रालय के अधिकारी की गिरफ्तारी: रिश्वतखोरी का मामला

सीबीआई ने रक्षा मंत्रालय के लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले में उनके साथ विनोद कुमार भी शामिल हैं। जांच में पता चला है कि शर्मा ने रक्षा क्षेत्र में कुछ कंपनियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत मांगी थी। कर्नल शर्मा की पत्नी का नाम भी इस मामले में आया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और सीबीआई की कार्रवाई के बारे में।
 

रक्षा मंत्रालय में रिश्वतखोरी का मामला


सीबीआई ने शनिवार को रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी, लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। उनके साथ विनोद कुमार नामक एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। यह मामला इस प्रकार की बड़ी रिश्वतखोरी में कर्नल शर्मा का नाम आने के कारण चौंकाने वाला है। कर्नल शर्मा रक्षा मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात के उप योजना अधिकारी हैं।

यह गिरफ्तारी 19 दिसंबर को सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामले के बाद की गई है। सीबीआई को रक्षा क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों और निजी कंपनियों से जुड़ी अवैध गतिविधियों की विश्वसनीय जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई। जांच एजेंसी ने कर्नल शर्मा की पत्नी कर्नल काजल बाली और अन्य के खिलाफ आपराधिक साजिश और रिश्वतखोरी के आरोपों में मामला दर्ज किया है, जिसमें दुबई की एक कंपनी भी शामिल है।

सीबीआई के अनुसार, शर्मा ने रक्षा निर्माण और निर्यात में लगी कुछ कंपनियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत मांगी और ली, जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।

कौन हैं दीपक कुमार शर्मा?
लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा भारतीय सेना के एक अधिकारी हैं, जो रक्षा मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात के उप योजना अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। उनकी उम्र 40 से 45 वर्ष के बीच बताई जा रही है। शर्मा नई दिल्ली में निवास करते हैं, जबकि उनका परिवार राजस्थान के श्री गंगानगर से संबंधित है।

उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली, जो राजस्थान के श्री गंगानगर में 16वीं इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट की कमांडिंग ऑफिसर हैं, का नाम भी इस मामले में आया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है।

रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि शर्मा को बेंगलुरु की एक कंपनी से 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। बताया गया है कि कंपनी के भारतीय संचालन राजीव यादव और रवजीत सिंह ने कथित तौर पर अवैध लाभ के लिए शर्मा के साथ नियमित संपर्क रखा।

विनोद कुमार पर आरोप है कि उसने 18 दिसंबर, 2025 को कंपनी के निर्देश पर शर्मा को रिश्वत की राशि पहुंचाई थी। दिल्ली में शर्मा के निवास सहित कई स्थानों पर छापेमारी के दौरान, सीबीआई ने 3 लाख रुपये की रिश्वत के साथ 2.23 करोड़ रुपये नकद बरामद किए। इसके अलावा, राजस्थान के श्री गंगानगर में कर्नल काजल बाली के घर से 10 लाख रुपये भी जब्त किए गए।