×

योगी सरकार की योजनाओं से महिलाओं का जीवन हुआ बेहतर

योगी आदित्यनाथ सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और 'कन्या सुमंगला योजना' जैसी पहलों ने न केवल महिलाओं को जागरूक किया है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद की है। निराश्रित महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता और सुरक्षा के उपायों ने उनके जीवन को बेहतर बनाया है। जानें कैसे ये योजनाएं महिलाओं को सशक्त बना रही हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं।
 

महिलाओं के कल्याण के लिए यूपी मॉडल

योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा महिलाओं के लिए लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं ने एक प्रभावशाली यूपी मॉडल प्रस्तुत किया है। अब महिलाओं की सुरक्षा और विकास केवल योजनाओं का विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह एक ठोस सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले वर्ष में महिलाओं, किशोरियों और बालिकाओं के जीवन में जो परिवर्तन आए हैं, वे न केवल आंकड़ों में बल्कि वास्तविकता में भी स्पष्ट हैं। यह परिवर्तन सहायता से बढ़कर सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, सम्मान और अवसर का है।


बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का प्रभाव

इस योजना के तहत इस वर्ष 13612 गतिविधियों के माध्यम से 25.5 लाख महिलाओं और बालिकाओं को जागरूक किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के जन्म के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना, लिंग-चयन की प्रक्रिया को समाप्त करना और बाल लिंग अनुपात में सुधार लाना है। इस योजना ने शिक्षा के माध्यम से बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


कन्या सुमंगला योजना से बदलाव

कन्या सुमंगला योजना योगी सरकार की प्रमुख सामाजिक योजनाओं में से एक बन चुकी है। इस वर्ष इस योजना के तहत 130.03 करोड़ रुपये की धनराशि से 3.28 लाख कन्याओं को लाभान्वित किया गया। जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक मिलने वाली सहायता ने बेटियों के प्रति सामाजिक सोच को बदलने में मदद की है।


निराश्रित महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता

निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 38.58 लाख महिलाओं को नियमित मासिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस वर्ष इस योजना पर लगभग 1200 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। हाल ही में पेश किए गए अनुपूरक बजट में भी इस योजना के लिए लगभग 535 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। यह योजना विधवा, परित्यक्ता और असहाय महिलाओं को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करती है।


महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच: मिशन शक्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा मिशन शक्ति अपने पांचवे चरण में है। इस अभियान के तहत लगभग 9 करोड़ लोगों तक पहुंचकर उन्हें प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं और कानूनों के बारे में जागरूक किया गया है।


महिलाओं को त्वरित न्याय

हिंसा पीड़ित महिलाओं के लिए प्रदेश में 75 से अधिक वन स्टॉप सेंटर संचालित हैं, जहां एक ही स्थान पर चिकित्सा, कानूनी परामर्श और पुलिस सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इस साल 24671 महिलाएं इन केंद्रों से सहायता प्राप्त कर चुकी हैं। यह व्यवस्था महिला सुरक्षा के मामले में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का एक सफल उदाहरण है।


कामकाजी और निराश्रित महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास

योगी आदित्यनाथ सरकार ने निराश्रित, परित्यक्त और कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। माता अहिल्याबाई होल्कर श्रमजीवी महिला हॉस्टल योजना के तहत 7 जनपदों में 500-500 क्षमता के हॉस्टल बनाए जा रहे हैं।