योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में जनता दर्शन के दौरान समस्याओं का समाधान किया
मुख्यमंत्री का जनता दर्शन कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में 'जनता दर्शन' कार्यक्रम के तहत जन शिकायतों का समाधान किया। इस बैठक में, उन्होंने महिलाओं और बच्चों से मिलकर आम जनता द्वारा उठाई गई समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने कई लोगों के लिखित आवेदन की समीक्षा की और उन्हें सहायता एवं समाधान का आश्वासन दिया।
इसके अलावा, योगी ने संभल में एक समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि उन्होंने सरकार और ज़िला अधिकारियों को संभल के चरणबद्ध विकास के लिए निर्देशित किया और यह सुनिश्चित किया कि ज़िले का विकास सरकार की प्राथमिकता है।
विकास कार्यों पर ध्यान
मुख्यमंत्री ने पहले चरण में अधिकारियों को प्राचीन तीर्थ स्थलों और पारंपरिक कुओं के जीर्णोद्धार के निर्देश दिए। दूसरे चरण में संग्रहालय और प्रकाश एवं ध्वनि सुविधाओं जैसी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने संभल में ज़िला न्यायालय, जेल और पीएसी इकाई के निर्माण में तेजी लाने का आह्वान किया।
योगी ने राजस्व, गृह, न्याय, धर्मार्थ कार्य, लोक निर्माण, पर्यटन-संस्कृति और शहरी विकास जैसे कई विभागों के प्रदर्शन की समीक्षा की।
तीर्थस्थलों का जीर्णोद्धार
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में 68 तीर्थस्थल और 19 कुएँ हैं, और सरकार उनकी पहचान और जीर्णोद्धार के लिए प्रयासरत है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को इन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
माहिष्मती नदी के जीर्णोद्धार की प्रगति की समीक्षा करते हुए, उन्होंने कहा कि नदियाँ जीवन रेखा हैं और इनका संरक्षण आवश्यक है। नमामि गंगे के अंतर्गत जीर्णोद्धार कार्यों में तेजी लाने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने वंदन योजना, मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना, अंत्येष्टि स्थल विकास योजना, नगरीय जल विकास योजना, झील/पोखर/तालाब योजना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगरीय विकास योजना के अंतर्गत परियोजनाओं की समीक्षा की और सभी कार्यों को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया।