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योगी आदित्यनाथ ने बरेली हिंसा पर सख्त चेतावनी दी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई झड़प के बाद सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि भविष्य की पीढ़ी दंगा करना भूल जाएगी। इस घटना के पीछे की साजिश और पुलिस की कार्रवाई पर भी चर्चा की गई है। जानें इस मामले में मुख्यमंत्री ने क्या कहा और राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर उनकी क्या योजनाएं हैं।
 

मुख्यमंत्री का कड़ा संदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में पुलिस और स्थानीय निवासियों के बीच हुई झड़प के बाद सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि भविष्य की पीढ़ी दंगा करने की सोच भी नहीं सकेगी।


एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार ने कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कड़ा संदेश दिया है।


बरेली में झड़प का विवरण

उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, "आपने बरेली में देखा होगा... मौलाना भूल गए कि शासन किसका है। उन्होंने सोचा कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे, लेकिन मैंने कहा कि ऐसा नहीं होगा। हम उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगे कि उनकी आने वाली पीढ़ी दंगा करना भूल जाएगी।"


यह चेतावनी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलवी तौकीर रजा खान की ओर इशारा करती है, जिन्होंने 'आई लव मोहम्मद' अभियान के समर्थन में प्रदर्शन का आह्वान किया था।


पुलिस की कार्रवाई

बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू है, जिसके तहत किसी भी मार्च या प्रदर्शन के लिए लिखित अनुमति आवश्यक है।


इसके बावजूद कुछ लोग सड़कों पर उतर आए, जिससे पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी और 24 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।


साजिश का आरोप

पुलिस ने बताया कि मौलवी तौकीर रजा के आह्वान पर कई प्रदर्शनकारी मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए थे। यह विवाद कानपुर में एक प्राथमिकी से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ लोगों ने 'आई लव मोहम्मद' का बोर्ड लगाया था।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था को ठप करने का प्रयास है, जो 2017 से पहले आम था, लेकिन उनकी सरकार ने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया।


भ्रष्टाचार और माफिया पर आरोप

योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सरकारों पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि माफियाओं को समानांतर सत्ता संचालित करने की छूट दी गई थी।


उन्होंने कहा, "जब सत्ता बेईमान लोगों के हाथ में होती है, तो वह समाज को जाति और परिवार के नाम पर गुमराह करती है। ऐसे लोगों के लिए हमने बुलडोजर बनाया है।"


राज्य के विकास की दिशा

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से आठ साल पहले उत्तर प्रदेश में 'वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर' की कल्पना करना भी असंभव था। अब उत्पात करने वालों को उनकी पीढ़ियों तक याद रहेगा।


पुलिस उप महानिरीक्षक अजय कुमार साहनी ने कहा कि झड़पें एक 'पूर्व नियोजित साजिश' की ओर इशारा करती हैं और उन्होंने सभी अपराधियों की पहचान करने का संकल्प लिया।


सरकार की प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग ने बरेली हिंसा की निंदा करते हुए इसे एक 'सुनियोजित साजिश' बताया, जिसका उद्देश्य राज्य के विकास प्रयासों को नुकसान पहुंचाना था।