योगी आदित्यनाथ ने कारगिल विजय दिवस पर वीरों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री का संबोधन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 26वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान द्वारा "थोपा" गया था, जिसका भारत ने ऑपरेशन विजय के तहत प्रभावी जवाब दिया। उन्होंने बताया कि कारगिल एक कठिन स्थान था, जहाँ दिन के समय भी तापमान माइनस 50 डिग्री तक गिर जाता था। लेकिन भारतीय सेना के साहस के आगे पाकिस्तान टिक नहीं सका। तत्कालीन पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ अमेरिका गए, जहाँ अमेरिका ने दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वाजपेयी जी ने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी शक्ति के सामने नहीं झुकेगा।
अग्निवीरों के लिए आरक्षण
योगी ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने निर्णय लिया है कि जो सैनिक अग्निवीर के रूप में देश की सेनाओं में सेवा देंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 20 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भी भारत की शक्ति का प्रदर्शन हुआ है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को सबक सिखाने में 22 मिनट से भी कम समय लिया।
भारत की वीरता
मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत कई मोर्चों पर लड़ रहा था, जहाँ पाकिस्तान को तुर्की, चीन और अन्य देशों से सहायता मिल रही थी। फिर भी, भारत की वीर सेना ने पाकिस्तान को हराने में सफलता प्राप्त की और अंततः उसे आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि यदि हमें एक विकसित भारत का सपना साकार करना है, तो हमें उन षड्यंत्रों से सावधान रहना होगा जो हमें जाति, क्षेत्र और भाषा के आधार पर बांटने का प्रयास करते हैं।
सामाजिक ताने-बाने की सुरक्षा
योगी ने स्पष्ट किया कि उनकी सहानुभूति गरीबों के लिए नहीं, बल्कि उन लोगों के लिए है जो घुसपैठियों के रूप में भारत के नागरिकों के अधिकारों को छीन रहे हैं। उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि भारतीय नागरिकों को संविधान द्वारा दिए गए वोट का अधिकार मिले या नहीं, बल्कि उनकी चिंता घुसपैठियों के अधिकारों को लेकर है। ये वही लोग हैं जो सत्ता में आने पर वंशवाद और जातिवाद का सहारा लेकर सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने का प्रयास करते हैं।