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योगी आदित्यनाथ ने एकता यात्रा में राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित एकता यात्रा के दौरान राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया। उन्होंने विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी और नायकों के सम्मान की आवश्यकता पर जोर दिया। योगी ने सभी स्कूलों में 'वंदे मातरम' गाने को अनिवार्य करने की घोषणा की और युवाओं में देशभक्ति को बढ़ावा देने की बात की। यह यात्रा सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित की गई थी, जिसमें एकजुटता और जागरूकता का संदेश दिया गया।
 

मुख्यमंत्री का संदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और भारत के संस्थापकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने समाज में फूट डालने वाली विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। गोरखपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 'एकता यात्रा' में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि भारत में कभी भी कोई नया जिन्ना नहीं होना चाहिए। यदि कोई ऐसा करने की कोशिश करता है, तो उसे रोकना आवश्यक है।


राष्ट्रीय नायकों का सम्मान

योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों की आलोचना की जो राष्ट्रीय नायकों का सम्मान नहीं करते। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती मनाने वाले कार्यक्रमों में भाग नहीं लेते, लेकिन जिन्ना के सम्मान में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमारे नायकों का सम्मान नहीं किया गया, तो देश का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। इसके साथ ही, उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों और कॉलेजों में 'वंदे मातरम' गाना अनिवार्य होगा।


युवाओं में देशभक्ति का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर स्कूल और कॉलेज को गर्व के साथ 'वंदे मातरम' का पाठ और गायन करना चाहिए। उन्होंने युवाओं में देशभक्ति और एकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। नागरिकों से अपील करते हुए, उन्होंने कहा कि हमें उन तत्वों की पहचान करनी चाहिए जो भारत की अखंडता को कमजोर करते हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हमें उन कारकों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करना चाहिए जो समाज को धार्मिक या वैचारिक आधार पर विभाजित करते हैं।"


एकता यात्रा का महत्व

एकता यात्रा का आयोजन "भारत के लौह पुरुष" सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में किया गया था। आदित्यनाथ ने कहा कि यह आयोजन नागरिकों के बीच एकता और जागरूकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, "आज की एकता यात्रा प्रत्येक भारतीय के लिए मतभेदों को भुलाकर एक मजबूत और एकजुट भारत के लिए मिलकर काम करने का संदेश है।" उन्होंने अपने संबोधन का समापन राष्ट्रीय गौरव और देश की विरासत के प्रति सम्मान की अपील के साथ किया।