योगी आदित्यनाथ की बैठक में एसआईआर पर चर्चा, विधानसभा चुनाव की रणनीति पर जोर
मुख्यमंत्री की बैठक में एसआईआर का मुद्दा प्रमुख
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में एनडीए विधानमंडल दल की बैठक हुई, जिसमें एसआईआर का विषय मुख्य रूप से चर्चा में रहा। मुख्यमंत्री ने उन विधानसभा सीटों का विवरण प्रस्तुत किया, जहां वोट कटने की समस्या अधिक है। गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट इस मामले में सबसे ऊपर है, जबकि प्रयागराज की उत्तरी सीट दूसरे स्थान पर है।
वोटर लिस्ट में कमी की चिंता
वर्ष 2025 की वोटर लिस्ट के अनुसार, साहिबाबाद में केवल 58 प्रतिशत वोटर पंजीकृत हैं, जबकि प्रयागराज उत्तर में यह आंकड़ा 40 प्रतिशत से अधिक है। लखनऊ की चार सीटें भी इस सूची में शामिल हैं, जहां 30 से 42 प्रतिशत तक वोटर अभी तक पंजीकृत नहीं हुए हैं।
मुख्यमंत्री का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को एसआईआर में और अधिक सक्रियता दिखानी होगी। उन्होंने 25 सीटों की सूची साझा की, जहां वोट कटने की दर 13 से 14 प्रतिशत तक है। सभी विधायकों को सोमवार को सदन में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया।
कम वोटों से चुनाव जीतने की चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने कम वोटों से चुनाव जीतने या हारने वालों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि वोटों में 3 प्रतिशत की कमी आई, तो यह खतरे की घंटी है। उन्होंने सभी से नए वोटर बनाने और फर्जी वोटरों को सूची से हटाने पर ध्यान देने का आग्रह किया।
कम एसआईआर वाली सीटों पर विधायकों का टिकट संकट
जिन विधानसभा सीटों पर एसआईआर कम है, वहां के विधायकों को टिकट मिलने में कठिनाई हो सकती है। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करें। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि एसआईआर पर की गई मेहनत अगले 20 वर्षों तक महत्वपूर्ण रहेगी।