यूक्रेन युद्ध: चीन की रणनीति और रूस का समर्थन
चीन की भूमिका और यूक्रेन युद्ध
रूस-यूक्रेन संघर्ष, जो पिछले तीन सालों से जारी है, में यूक्रेन की संभावित जीत चीन के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है। यह सुनकर आप चौंक सकते हैं, लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की कूटनीति में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है। बीजिंग, जो आमतौर पर भड़काऊ बयानों से दूर रहता है, हाल ही में चीन-ईयू बैठक में अपने विदेश मंत्री वांग यी के सख्त बयानों से चौंका दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन यूक्रेन युद्ध में रूस की हार को स्वीकार नहीं करेगा।
चीन का सख्त संदेश
बैठक में शामिल कुछ अधिकारियों ने वांग यी के इस कठोर संदेश को एक महत्वपूर्ण संकेत माना, खासकर जब यह एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन से तीन सप्ताह पहले आया। यूरोपीय संघ के नेता इस महीने के अंत में बीजिंग का दौरा करने वाले हैं। वांग यी का यह बयान यूक्रेन में रूस के समर्थन में अब तक का सबसे स्पष्ट बयान है।
चीन की रणनीतिक जरूरतें
चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि रूस को यूक्रेन में हारने की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि इससे अमेरिका का ध्यान बीजिंग की ओर मुड़ सकता है। यूक्रेन और यूरोपीय संघ का मानना है कि चीन की मदद के बिना रूस युद्ध जारी नहीं रख सकता। हालांकि, चीन ने हमेशा तटस्थता का दावा किया है।
चीन और रूस के बीच व्यापार
चीन और रूस के बीच व्यापार 2023 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जो फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर हमले से पहले के आंकड़ों से 64% अधिक है। चीन ने रूस को महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान की है, जिससे रूस की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
रूस को चीन से आयात
रूस द्वारा आयात किए जाने वाले अधिकांश मशीन टूल्स और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स चीन से आते हैं। ये उपकरण सैन्य जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण हैं। चीन ने रूस को कई प्रकार के उपकरण और सामग्रियां प्रदान की हैं, जो युद्ध में उपयोगी साबित हो रही हैं।
युद्ध की स्थिति और चीन की रणनीति
चीन की यह नीति कि वह अपनी ताकत को छिपाए और समय बिताए, अब बदलती नजर आ रही है। यूक्रेन युद्ध चीन के लिए एक अवसर बन गया है, जिससे वह अमेरिका के ध्यान को अपनी ओर मोड़ सकता है।