मोहन यादव ने कांग्रेस पर आंबेडकर की विरासत के अपमान का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री का कांग्रेस पर हमला
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कांग्रेस पर डॉ. बीआर आंबेडकर की विरासत का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल ग्वालियर में आंबेडकर के नाम पर केवल वोट हासिल करने के लिए नाटक कर रहा है।
यादव ने ग्वालियर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह प्रदर्शन मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ में आंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर को उनके जीवन में और निधन के बाद कभी सम्मान नहीं दिया।
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस के नेता आज आंबेडकर के नाम पर केवल वोट पाने के लिए ग्वालियर में बेशर्मी से नाटक कर रहे हैं। जनता सब जानती है और कांग्रेस के पापों को नहीं भूली है।"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने पहले से ही यह सुनिश्चित किया था कि ग्वालियर पीठ के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा न लग सके।
उन्होंने कहा, "अब जब यह मामला उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के सामने पहुंच चुका है, तो कांग्रेस के नेता प्रदेश भर में तमाशा कर रहे हैं।"
यादव ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा से संविधान का मजाक उड़ाती रही है।
उन्होंने कहा, "आपातकाल का कलंक कांग्रेस के शासनकाल में लगा था, जब लोकतंत्र को बंदी बना दिया गया था। वर्तमान नेतृत्व को जनता से माफी मांगनी चाहिए।"
इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लागू किया था, जिसके दौरान नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया।