×

मोबाइल चोरी की शिकायत कैसे करें: CEIR पोर्टल की जानकारी

मोबाइल फोन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन CEIR पोर्टल के माध्यम से आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। हाल ही में दिल्ली में इस पोर्टल पर लाखों शिकायतें आई हैं, लेकिन केवल कुछ ही फोन बरामद हुए हैं। जानें कि आप इस सरकारी पोर्टल का उपयोग करके अपनी चोरी की गई फोन की शिकायत कैसे कर सकते हैं और पुलिस की राय क्या है।
 

मोबाइल चोरी की बढ़ती घटनाएं

Mobile TheftImage Credit source: Freepik


हाल के वर्षों में मोबाइल फोन चोरी और झपटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। कई लोग अपने खोए हुए फोन के वापस मिलने की उम्मीद छोड़ देते हैं, लेकिन टेलीकॉम विभाग का CEIR पोर्टल इस उम्मीद को जीवित रखता है। हाल ही में पता चला है कि पिछले दो सालों में दिल्ली में इस पोर्टल पर 8 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।


एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस पोर्टल ने 5 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन की लोकेशन का पता लगाकर पुलिस के साथ साझा किया है, लेकिन अब तक केवल 13,000 फोन ही बरामद किए जा सके हैं। यह आंकड़ा चौंकाने वाला है, क्योंकि यह कुल शिकायतों का केवल 3 प्रतिशत है। आइए जानते हैं कि आप CEIR पोर्टल के माध्यम से शिकायत कैसे कर सकते हैं।


CEIR के माध्यम से शिकायत कैसे करें

शिकायत दर्ज करने के लिए, सबसे पहले [CEIR पोर्टल](https://www.ceir.gov.in/Home/index.jsp) पर जाएं। होमपेज पर बाईं ओर 'Block Stolen/Lost Mobile' विकल्प पर क्लिक करें।


(फोटो-ceir.gov.in)


इस पर क्लिक करने के बाद एक नया पृष्ठ खुलेगा, जिसमें कुछ आवश्यक जानकारी मांगी जाएगी। आपको अपने फोन की जानकारी के साथ-साथ यह भी बताना होगा कि फोन कहां और किस राज्य में चोरी हुआ।


(फोटो-ceir.gov.in)


इसके बाद कुछ व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी। सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें। इन सभी चरणों का पालन करने के बाद आपका फोन ब्लॉक कर दिया जाएगा।


पुलिस की राय

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, यदि मोबाइल फोन ट्रेस होने के बाद फिर से बंद हो जाता है, तो उसे ट्रेस करना कठिन हो जाता है। वर्तमान में पुलिस के पास IMEI नंबर को ट्रेस करने के लिए कोई सॉफ्टवेयर नहीं है।


सूत्रों के अनुसार, कुछ फोन बरामद हुए हैं, लेकिन वे अपने मालिकों तक नहीं पहुंच पाए हैं और अभी भी थाने में पड़े हैं। टेलीकॉम विभाग पुलिस को सिम डिटेल्स, मोबाइल फोन की लोकेशन और FIR नंबर की जानकारी भेजता है। ऐसे में पुलिस के लिए फोन के मालिक तक पहुंचना मुश्किल नहीं है, लेकिन लापरवाही के कारण रिकवरी में कठिनाई हो रही है।