मॉरीशस के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा: वाराणसी में द्विपक्षीय वार्ता की तैयारी
मॉरीशस के प्रधानमंत्री का स्वागत
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम बुधवार को तीन दिवसीय यात्रा पर वाराणसी पहुंचे। उनका स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर किया। गुरुवार को, रामगुलाम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बैठक आयोजित की जाएगी। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 11 सितंबर को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का दौरा करेंगे। वाराणसी में, वे मॉरीशस के प्रधानमंत्री की मेज़बानी करेंगे, जो 9 से 16 सितंबर तक भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। इस बैठक में दोनों नेता सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेंगे, जिसमें विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य मुद्दे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. रामगुलाम के साथ वाराणसी में द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह लगभग 11 बजे हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेंगे। आधिकारिक बयान के अनुसार, दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिसमें विकास साझेदारी और क्षमता विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा और समुद्री अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा की जाएगी।
रामगुलाम की यात्रा का कार्यक्रम
डॉ. रामगुलाम बुधवार को वाराणसी पहुंचे, जहां उनका स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने किया। यह दौरा मॉरीशस के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा का हिस्सा है। कार्यक्रम के अनुसार, रामगुलाम बृहस्पतिवार शाम को गंगा आरती में भाग लेंगे और शुक्रवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। गणमान्य अतिथि का भव्य स्वागत किया गया, और आम जनता तथा भाजपा कार्यकर्ता हवाई अड्डे से होटल ताज तक स्वागत के लिए खड़े रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और सुरक्षा व्यवस्था
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि द्विपक्षीय बैठक के बाद, मॉरीशस का प्रतिनिधिमंडल गंगा आरती में भाग लेगा और काशी विश्वनाथ मंदिर जाएगा। दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। भाजपा के स्थानीय मीडिया प्रभारी अरविंद मिश्रा ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की किसी राष्ट्राध्यक्ष के साथ पहली औपचारिक द्विपक्षीय बैठक होगी। उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है।
वाराणसी में सुरक्षा और स्वागत की तैयारी
मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत शिंजो आबे की मेज़बानी की थी, लेकिन यह पहली बार है जब काशी में किसी राष्ट्राध्यक्ष के साथ औपचारिक वार्ता हो रही है। वाराणसी शहर को बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनरों से सजाया गया है। भाजपा ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी बैनर लगाए हैं, जिनमें दूध और डेयरी उत्पादों पर जीएसटी में कटौती के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया गया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं की तैयारी
भाजपा नेता एवं विधान परिषद सदस्य सुभाष यदुवंश की तस्वीर वाले एक होर्डिंग पर लिखा था, 'दुग्ध उत्पादों पर जीएसटी कम करने के लिए यदुवंश समुदाय की ओर से मोदी जी का धन्यवाद।' पुलिस ने बताया कि इस प्रतिष्ठित नगरी में सुरक्षा के लिए तीन-स्तरीय व्यवस्था की गई है। यह शहर पहले भी जी-20 बैठकों और अन्य गणमान्य अतिथियों की मेज़बानी कर चुका है। भाजपा की नगर इकाई के अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल में जीएसटी दरों में कटौती की है, और पार्टी कार्यकर्ता व काशी की जनता उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
मोदी का वाराणसी दौरा
पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि यह प्रधानमंत्री मोदी का 2014 के बाद वाराणसी का 52वां दौरा है। मोदी 2014 में पहली बार वाराणसी से लोकसभा सांसद चुने गए थे।