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मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाउम पर सड़क पर छेड़छाड़ का मामला

मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाउम को एक मनचले द्वारा सड़क पर छेड़छाड़ का सामना करना पड़ा, जिसने उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को उजागर किया है। शीनबाउम ने इसे केवल अपनी व्यक्तिगत पीड़ा नहीं, बल्कि सभी महिलाओं की सच्चाई बताया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और राष्ट्रपति की अपील।
 

राष्ट्रपति पर छेड़छाड़ के मामले ने सुरक्षा पर उठाए सवाल

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मैक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति, क्लाउडिया शीनबाउम, को मंगलवार रात एक मनचले ने सड़क पर छेड़ दिया। इस घटना ने राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी ने राष्ट्रपति के सामने आकर उन्हें चुंबन देने का प्रयास किया। राष्ट्रपति ने इस घटना को महिलाओं पर एक हमले के रूप में देखा और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है।


सड़क पर छेड़छाड़ की घटना और महिलाओं की सुरक्षा

क्लाउडिया शीनबाउम के साथ हुई इस छेड़छाड़ की घटना ने उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना मैक्सिको में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा का एक उदाहरण बन गई है। जिस देश की महिला राष्ट्रपति भी सुरक्षित नहीं हैं, वहां अन्य महिलाओं की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। मेक्सिको सिटी की मेयर, क्लारा ब्रुगाडा, ने आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दी।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी राष्ट्रपति के करीब जाकर उन्हें चुंबन देने की कोशिश करता है और उनके शरीर को छूता है। शीनबाउम ने उसके हाथों को हल्के से हटाते हुए कहा, 'चिंता मत करो।' लेकिन उन्होंने बुधवार को स्पष्ट किया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'कोई भी पुरुष उस स्पेस का उल्लंघन करने का हकदार नहीं है।' यह घटना उनके व्यक्तिगत अनुभव से कहीं अधिक व्यापक समस्या को दर्शाती है।


कैसे हुई राष्ट्रपति शीनबाउम छेड़छाड़ का शिकार

राष्ट्रपति शीनबाउम ने बताया कि उन्होंने और उनकी टीम ने समय बचाने के लिए नेशनल पैलेस से एजुकेशन मिनिस्ट्री तक पैदल चलने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा, 'मैं अपना व्यवहार नहीं बदलूंगी।' यह घटना मैक्सिको की महिलाओं के दैनिक संघर्ष को उजागर करती है, जहां फेमिसाइड और यौन हिंसा की दरें चिंताजनक हैं। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, हर दिन औसतन 10 महिलाओं की हत्या होती है। मेयर ब्रुगाडा ने शीनबाउम के चुनावी नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नारा केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सभी महिलाओं की जीत है।


महिलाओं के अधिकारों के लिए राष्ट्रपति की अपील

शीनबाउम का यह कदम महिलाओं के अधिकारों के लिए एक मजबूत संदेश है। उन्होंने पुलिस को जांच तेज करने का निर्देश दिया है, जबकि फेमिनिस्ट संगठन सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि राष्ट्रपति का यह निर्णय लैंगिक समानता के कानूनों को मजबूत करेगा। हालांकि, यह घटना मैक्सिको की सुरक्षा चुनौतियों को भी उजागर करती है, जहां राजनीतिक महिलाएं भी असुरक्षित महसूस करती हैं। शीनबाउम ने महिलाओं से अपील की कि ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट करें, ताकि समाज में बदलाव आ सके। यह घटना न केवल राजनीतिक, बल्कि सामाजिक क्रांति का प्रतीक बन गई है।