×

मेरठ में सेना के जवान पर टोल प्लाजा पर हमला, एनएचएआई ने कार्रवाई की

मेरठ के भूनी टोल प्लाजा पर एक सेना जवान पर कर्मचारियों द्वारा हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद, एनएचएआई ने टोल संचालक कंपनी पर कार्रवाई करते हुए उसे एक वर्ष के लिए प्रतिबंधित कर दिया। कपिल पंवार ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें अपने देश में इस तरह के व्यवहार से गहरा दुख हुआ है। पुलिस ने मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है। जानें पूरी कहानी।
 

सेना जवान पर टोल प्लाजा पर हमला

एक सेना जवान, जो राजपूत रेजिमेंट का सदस्य है, अपनी छुट्टियों के बाद श्रीनगर लौटने के लिए दिल्ली जा रहा था, जब उसे रविवार रात मेरठ में भूनी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों ने एक खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा। यह घटना तब हुई जब उसका वाहन एक लंबी कतार में फंस गया था और उसने कर्मचारियों को अपनी सेवा आईडी दिखाकर गुजरने का अनुरोध किया।


सैनिक की प्रतिक्रिया

कपिल पंवार, जो इस घटना में घायल हुए हैं, ने कहा कि उन्हें सीमा पर दुश्मनों का सामना करने में कोई डर नहीं लगता, लेकिन अपने ही देश में इस तरह के व्यवहार से उनका मन आहत हुआ है। उन्होंने कहा, "शरीर पर लगी चोटें ठीक हो जाएंगी, लेकिन मन पर लगा घाव हमेशा रहेगा।"


एनएचएआई की कार्रवाई

भूनी टोल प्लाजा पर इस घटना के बाद, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने टोल संचालक कंपनी से 3.70 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि जब्त कर ली है और उसे एक वर्ष के लिए टोल संचालन से प्रतिबंधित कर दिया है। कपिल इस समय सैनिक अस्पताल में भर्ती हैं।


घटना का विवरण

कपिल ने बताया कि 17 अगस्त की रात, जब वह ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकले थे, तब टोल प्लाजा पर कर्मचारियों और अन्य वाहन चालकों के बीच बहस हो रही थी। उन्होंने जल्दी में होने का हवाला देते हुए टोलकर्मियों से रास्ता देने का अनुरोध किया, लेकिन इसके बाद उन्हें न केवल बदसलूकी का सामना करना पड़ा, बल्कि मारपीट भी की गई।


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने बताया कि टोल कर्मचारियों ने कपिल और उनके साथियों पर लाठी-डंडों और लोहे की छड़ से हमला किया। इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कपिल के परिवार ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।


एनएचएआई का नया प्रबंधन

घटना के बाद, एनएचएआई ने टोल संचालन का ठेका रद्द कर दिया है और अब खुद संचालन संभाल रहा है। बागपत डिवीजन से आई 15 सदस्यीय टीम ने प्रबंधन का कार्यभार संभाल लिया है और नकद काउंटर फिर से शुरू करने की तैयारी की जा रही है।


सुरक्षा उपाय

घटना के बाद से टोल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी टोलकर्मियों को यात्रियों के साथ शालीनता से पेश आने के निर्देश दिए गए हैं।