मेरठ में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद से हड़कंप, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
मेरठ में पोस्टर विवाद का मामला
हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टरों को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस विवाद के चलते कई स्थानों पर प्रदर्शन और हंगामे की घटनाएं भी सामने आई हैं। आज जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है।
मेरठ के मवाना कस्बे में देर रात कुछ मकानों की दीवारों और दरवाजों पर 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर चिपकाने से इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी पोस्टरों को हटवाया और जांच शुरू की।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, जब अधिकांश लोग रात में सो रहे थे, तब किसी ने ये पोस्टर चिपकाए। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि ये पोस्टर विशेष रूप से मोहल्ला मुन्नालाल के इमरान भोला, इरशाद, फुरकान और गुलफाम के घरों पर लगाए गए थे। पुलिस ने इन्हें हटाने के साथ ही आसपास के लोगों से पूछताछ भी की।
मकान मालिकों ने पुलिस को बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि पोस्टर किसने और किस उद्देश्य से लगाए। उनका मानना है कि यह हरकत माहौल को बिगाड़ने के इरादे से की गई हो सकती है। उन्होंने पुलिस से जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की मांग की।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही टीमें गठित कर इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है ताकि पोस्टर लगाने वालों की पहचान की जा सके। पुलिस ने कहा है कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बरेली में सुरक्षा बढ़ाई गई
इसके अलावा, 26 सितंबर की हिंसा के बाद बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है। बरेली में सबसे पहले पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई थी। इसके बाद संभल, सहारनपुर और मेरठ समेत पश्चिम यूपी के कई शहरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बरेली में 2 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।