मेक्सिको की राष्ट्रपति पर हमले के बाद यौन उत्पीड़न के खिलाफ नई पहल
राष्ट्रपति पर हमला और यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज़
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम के साथ सड़क पर छेड़छाड़ की घटना के बाद, उन्होंने बुधवार को देशभर में यौन उत्पीड़न को एक अपराध के रूप में मान्यता देने की मांग की। इस हमले ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है। यह घटना तब हुई जब 63 वर्षीय शीनबाम मंगलवार को मेक्सिको सिटी में राष्ट्रपति भवन के निकट अपने समर्थकों का अभिवादन कर रही थीं।
रिपोर्ट के अनुसार, क्लाउडिया एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हो रही थीं, तभी एक शराबी व्यक्ति उनके पास आया, उनके कंधे पर हाथ रखा और उनके शरीर के अन्य हिस्सों को छूने की कोशिश की। इसके साथ ही उसने उनकी गर्दन को चूमने का प्रयास किया। हालांकि, राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम ने तुरंत उसे रोक लिया।
यह घटना कैमरे में कैद हो गई और आरोपी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले ने मेक्सिको में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। देश में यौन उत्पीड़न की घटनाएं आम हैं और अधिकार समूह इस स्थिति को गंभीर संकट मानते हैं।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की लगभग 70 प्रतिशत मेक्सिकन महिलाओं को अपने जीवन में कम से कम एक बार यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, हर दिन औसतन 10 महिलाओं की हत्या होती है।
घटना के बाद, शीनबाम ने कहा कि सरकार यौन उत्पीड़न से संबंधित कानून की समीक्षा करेगी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, “अगर मैं शिकायत नहीं करूंगी, तो अन्य महिलाओं का क्या होगा? यदि राष्ट्रपति के साथ ऐसा हो सकता है, तो बाकी महिलाओं का क्या?” उन्होंने यह भी कहा कि यह एक गंभीर अपराध होना चाहिए और इसके खिलाफ एक अभियान शुरू किया जाएगा।