मुरादाबाद में छात्रा की आत्महत्या: शोषण और पुलिस की लापरवाही का मामला
मुरादाबाद की छात्रा ने जहर खाकर दी जान
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक 12वीं कक्षा की छात्रा ने कई महीनों तक चल रहे शोषण से तंग आकर आत्महत्या कर ली। छात्रा ने अपने अंतिम शब्दों में उन युवकों पर आरोप लगाया, जिन्होंने उसकी जिंदगी को नर्क बना दिया। उसने स्थानीय पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। छात्रा ने बताया कि वह स्कूल जाना बंद कर चुकी थी, जिससे उसकी पढ़ाई प्रभावित हुई। आरोपियों के अमीर परिवार से होने के कारण पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया।
मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा ने कहा कि आरोपियों का घर पीड़ित के घर के पास है। शिकायत के बाद एक आरोपी को हिरासत में लिया गया, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया। छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में आरोपियों के साथ-साथ सब इंस्पेक्टर सचिन मलिक को भी जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस ने बताया कि सचिन मलिक को सस्पेंड कर दिया गया है, क्योंकि उसने शिकायत के बावजूद लड़की का बयान दर्ज नहीं किया। सुसाइड नोट के आधार पर दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। इस मामले की जांच एसपी ग्रामीण संदीप मीणा करेंगे।
मृत छात्रा के पिता ने कहा कि उनकी बेटी पढ़ाई में बहुत अच्छी थी और परिवार को उससे बहुत उम्मीदें थीं। लेकिन छेड़खानी के कारण उसकी पढ़ाई प्रभावित हुई। उन्होंने कई बार पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।