मुरादाबाद में गोशाला के नाम पर देह व्यापार का खुलासा
पिंकी का काला धंधा
मुरादाबाद से मिली जानकारी के अनुसार, पिंकी नाम की महिला कांशीराम नगर में गोशाला के नाम पर देह व्यापार का संचालन कर रही थी। वह दिन के समय लड़कियों को गोशाला में काम करने का झांसा देकर लोगों को गुमराह करती थी, जबकि शाम होते ही उसके घर पर ग्राहकों की भीड़ लगने लगती थी।
यातनाओं का सामना कर रही लड़कियां
पिंकी और उसके साथियों के चंगुल में फंसी लड़कियां लंबे समय से भयानक यातनाएं सहन कर रही थीं। पीड़िताओं ने पुलिस को बताया कि जब वे कमरे से बाहर जाने की कोशिश करतीं, तो आरोपी तेज म्यूजिक बजाकर उन्हें डराते और बेरहमी से पीटते थे।
कैद में रहने वाली लड़कियों की कहानी
अमरोहा की एक युवती ने बताया कि वह पिछले एक साल से पिंकी के घर में बंद थी। वहीं, बिहार की दो अन्य लड़कियां क्रमशः दो और तीन महीने से इस स्थिति में थीं। उन्होंने कहा कि बाहर जाने या मदद मांगने की कोशिश करते ही उन पर अत्याचार शुरू हो जाता था।
लड़कियों को फंसाने का तरीका
पुलिस ने पिंकी, सचिन और अन्य सहयोगियों को हिरासत में लिया है। सचिन पर आरोप है कि वह रेलवे स्टेशन और बस अड्डों से मजबूर लड़कियों को फंसाने का काम करता था। पुलिस अब पीड़िताओं के बयान दर्ज कर मामले की गहन जांच कर रही है।
पीड़िताओं की दर्दनाक कहानियां
पिंकी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी। एक किशोरी ने महिला पुलिसकर्मियों के सामने अपनी आपबीती सुनाते हुए रोते हुए बताया कि कैसे उसे जलती रोटी के लिए सजा दी गई। उसने कहा कि विजय ठाकुर ने उसके हाथ पर तेल डालकर आग लगा दी थी।
नरसंहार की रातें
पीड़िता ने बताया कि रातभर उसके साथ दरिंदगी की जाती थी। विरोध करने पर उसे पीटा जाता था। उसने पुलिस को बताया कि अवनीश ने उसे शराब पिलाकर दुष्कर्म किया। इसके अलावा, पिंकी उसे घरेलू काम भी करवाती थी।
यातनाओं का सिलसिला
एक दिन जब वह खाना बना रही थी, रोटी जल गई। इस पर पिंकी और विजय ठाकुर ने उसे गालियां दीं और विजय ने उसके हाथ पर आग लगा दी। वह तीन महीने से इस तरह की यातनाएं झेल रही थी।