मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था पर दी सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री का संदेश: जनहित सर्वोपरि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि शासन का मूल मंत्र 'जनहित सर्वोपरि' है। उन्होंने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन संवाद, सजगता और सतर्कता के साथ करें।
छोटे विवादों का त्वरित समाधान
उन्होंने कहा कि छोटे विवादों को लापरवाही से बड़े विवादों में बदलने से बचना चाहिए। सजगता और संवाद के माध्यम से किसी भी विवाद का समाधान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यदि क्षेत्र में कोई विवाद उत्पन्न होता है, तो संबंधित थाना 'तहरीर' की प्रतीक्षा न करे और तुरंत आवश्यक कदम उठाए। प्रदेश में शांति और सौहार्द बनाए रखना आवश्यक है।
आगामी त्योहारों के लिए विशेष सतर्कता
मुख्यमंत्री ने आगामी त्योहारों जैसे गंगा दशहरा, बकरीद और जगन्नाथ रथ यात्रा के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने की बात कही। यह समय कानून-व्यवस्था के लिए संवेदनशील है। सभी जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्तों को पिछले वर्षों में हुई घटनाओं का रिकॉर्ड देखने का निर्देश दिया गया है।
प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर सख्त निर्देश
उन्होंने बकरीद पर कुर्बानी के लिए पूर्व निर्धारित स्थलों को चिन्हित करने का आदेश दिया और प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी को पूरी तरह से वर्जित किया। प्रत्येक जनपद में कुर्बानी के बाद अपशिष्ट निस्तारण की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई।
नदियों का पुनरोद्धार आवश्यक
मुख्यमंत्री ने नदियों के पुनरोद्धार की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि मानव सभ्यता का विकास नदियों के किनारे हुआ है। उन्होंने जालौन में नून नदी के पुनर्जीवन को अन्य जनपदों के लिए प्रेरणादायक बताया।
सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता
मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए यातायात नियमों की अनदेखी को हादसों का मुख्य कारण बताया। उन्होंने अवैध बस और ऑटो स्टैंड को तुरंत हटाने का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों की रैंकिंग जारी की गई, जिसमें अच्छे प्रदर्शन करने वालों की सराहना की गई।