मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना में सुरंग का महत्वपूर्ण चरण पूरा
सुरंग निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति
मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना में सुरंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अब पूरा हो गया है।
शनिवार को, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया, जब 4.8 किलोमीटर लंबी सुरंग का एक महत्वपूर्ण खंड पूरा हुआ। यह खुदाई का कार्य घनसौली और शिलफाटा दोनों ओर से किया जा रहा था, और दोनों टीमें शनिवार को मिल गईं। इसे इंजीनियरिंग की एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर प्रोजेक्ट टीम को बधाई दी और कहा कि मुंबई और ठाणे को जोड़ने वाली भारत की पहली अंडर-सी सुरंग का निर्माण एक ऐतिहासिक क्षण है।
मुंबई से अहमदाबाद की यात्रा
2 घंटे 7 मिनट में यात्रा
यह बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद की दूरी केवल 2 घंटे 7 मिनट में तय करेगी, जिससे यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। किराया भी मध्यम वर्ग के यात्रियों को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाएगा।
रेल मंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र की पूर्व सरकार के कारण परियोजना में देरी हुई थी, लेकिन अब काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
जापान का सहयोग
जापान से मिल रहा समर्थन
इस परियोजना में जापान का सहयोग प्राप्त हो रहा है, और भारत में दुनिया की सबसे आधुनिक ट्रेन E10 शिंकानसेन लाई जाएगी। प्रारंभ में, हर आधे घंटे पर ट्रेनें चलेंगी, और बाद में मांग बढ़ने पर इसे 20 और फिर 10 मिनट के अंतराल पर चलाने की योजना है। 2027 तक सूरत से बिलिमोरा के बीच पहले रूट का उद्घाटन करने का लक्ष्य है।
लाइनों पर काम कर रहे पायलट और स्टाफ को जापान में आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सुरंग निर्माण में न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) जैसी तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है ताकि आसपास की इमारतों और समुद्री जीवन पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।