महेंद्र सिंह धोनी का 44वां जन्मदिन: जानें उनके जीवन की अनसुनी कहानियाँ
महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेट के महानायक, आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट जीते हैं। धोनी का सपना सेना में शामिल होना था, लेकिन उन्होंने क्रिकेट को चुना। जानें उनके करियर की शुरुआत, रेलवे की नौकरी छोड़ने का साहस, और उनके अद्वितीय रिकॉर्ड्स के बारे में।
Jul 7, 2025, 11:38 IST
महेंद्र सिंह धोनी का जन्मदिन
आज, 07 जुलाई को, भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। धोनी को विश्व के सबसे महान कप्तानों में से एक माना जाता है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप, और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। हालांकि, उनका क्रिकेट करियर कई चुनौतियों से भरा रहा। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर धोनी के जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं...
सेना में जाने का सपना
महेंद्र सिंह धोनी का सपना था कि वह सेना में शामिल हों। उन्हें ऊंचाई से डर लगता था, लेकिन फिर भी उन्होंने जवानों के साथ फैन जंप किया। जब वह नीचे आए, तो उन्होंने कहा कि इस वर्दी में कुछ खास है। शायद यही वर्दी का जादू था कि उन्हें डर नहीं लगा। धोनी ने बताया कि वह रांची में अक्सर आर्मी एरिया में जाते थे। 2011 में विश्व कप जीतने के बाद, उन्हें भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई।
क्रिकेट करियर की शुरुआत
धोनी का क्रिकेट करियर रांची के मैदान से शुरू हुआ। जब वह खेलते थे, तो लंबे शॉट्स लगाते थे, जिसके कारण उन्हें झारखंड टीम के लिए रणजी खेलने का मौका मिला। उन्होंने जमशेदपुर के किनन स्टेडियम में अपना पहला रणजी मैच खेला, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद, उनका करियर तेजी से आगे बढ़ा और उन्होंने भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली।
रेलवे की नौकरी छोड़ना
रणजी खेलने के बाद, धोनी को रेलवे में नौकरी मिली और वह खड़कपुर में टीटी का काम कर रहे थे। लेकिन माही का सपना कुछ और था, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया, जिसका उनके पिता ने विरोध किया। आज उनके परिवार को उन पर गर्व है, क्योंकि अगर माही ने नौकरी नहीं छोड़ी होती, तो भारतीय क्रिकेट को इतना बड़ा खिलाड़ी नहीं मिलता।
टेस्ट करियर की शुरुआत
महेंद्र सिंह धोनी को 2005 में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 30 रन बनाए। 2006 में, उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सेंचुरी लगाई, जिससे भारत को फॉलो-ऑन से बचने में मदद मिली।
अंतिम टेस्ट मैच
धोनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला, जिसमें उन्होंने 35 रन बनाए। मैच के बाद, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का निर्णय लिया।
रिकॉर्ड्स
महेंद्र सिंह धोनी पहले भारतीय विकेटकीपर हैं, जिन्होंने टेस्ट मैचों में 4,000 रन बनाए हैं। उनके नाम भारतीय टीम के कप्तान के रूप में 27 टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड भी है।