महिलाओं में साइलेंट हार्ट अटैक के 5 लक्षण जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए
महिलाओं में साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
आजकल खराब जीवनशैली और अस्वस्थ आहार के कारण कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें दिल से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हैं। यह आम धारणा है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, लेकिन फिर भी उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए। महिलाओं में साइलेंट हार्ट अटैक, यानी बिना किसी स्पष्ट दर्द के हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है। इसके लक्षण अक्सर पुरुषों से भिन्न होते हैं और इन्हें अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। इसलिए यह आवश्यक है कि महिलाएं अपने शरीर के इन संकेतों को समझें और समय पर सावधान हो जाएं। आइए जानते हैं महिलाओं में साइलेंट हार्ट अटैक के 5 लक्षण जो अक्सर अनदेखे रह जाते हैं।
सीने में दर्द और बेचैनी: यदि आपको सीने में दर्द या बेचैनी का अनुभव होता है, तो यह हार्ट अटैक का एक सामान्य संकेत हो सकता है। महिलाओं में यह लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग तरीके से प्रकट हो सकता है। उन्हें सीने के मध्य में दबाव का अनुभव हो सकता है, जो कई बार जलन या तनाव के रूप में गलत समझा जाता है। ऐसे में तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
दूसरे अंगों में दर्द: हार्ट अटैक से पहले केवल सीने में दर्द होना आवश्यक नहीं है। कभी-कभी, यह दर्द हाथों, कंधों, पीठ या गर्दन में भी हो सकता है। यह दर्द अचानक या धीरे-धीरे हो सकता है, और इसे सामान्य समझकर अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई: यदि बिना किसी मेहनत के भी आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह हार्ट अटैक का प्रारंभिक संकेत हो सकता है। यदि आपको अचानक सांस लेने में दिक्कत होती है, तो तुरंत ईसीजी कराएं।
मतली या उल्टी: महिलाओं में मतली और उल्टी के लक्षण कई कारणों से हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी यह दिल की बीमारी का संकेत भी हो सकता है। यदि आपको अचानक ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
ठंडा पसीना और चक्कर आना: यदि आपको अचानक ठंडा पसीना आ रहा है या चक्कर आ रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं और तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
यदि आप या आपके आस-पास की महिलाओं में ये 5 संकेत दिखाई दें, तो तुरंत ECG टेस्ट कराना आवश्यक है ताकि समय पर उपचार किया जा सके और जान बचाई जा सके।