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महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के लक्षण और बचाव के उपाय

सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में तेजी से बढ़ता हुआ एक गंभीर स्वास्थ्य मुद्दा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल लाखों महिलाएं इस बीमारी का शिकार होती हैं। इस लेख में, हम सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों, इसके कारणों और इससे बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रारंभिक लक्षणों को पहचानना और समय पर जांच कराना बेहद महत्वपूर्ण है। जानें कि कैसे HPV वैक्सीन और नियमित स्वास्थ्य जांच से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
 

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

सर्वाइकल कैंसर
Image Credit source: Getty Images

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण: विश्वभर में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लगभग 6 लाख नई महिलाएं इस बीमारी का शिकार होती हैं और लगभग 3 लाख महिलाओं की इससे मृत्यु हो जाती है। यह कैंसर यूटरस के निचले हिस्से, जिसे सर्विक्स कहा जाता है, में विकसित होता है। सर्वाइकल कैंसर के दो प्रमुख प्रकार हैं: पहला, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा, जो सर्विक्स की बाहरी सतह की पतली और चपटी कोशिकाओं में शुरू होता है। यह सर्वाइकल कैंसर का सबसे सामान्य प्रकार है। दूसरा, एडेनोकार्सिनोमा, जो सर्विक्स के अंदर की कोशिकाओं में विकसित होता है, जो म्यूकस का निर्माण करती हैं। यह प्रकार दुर्लभ है, लेकिन इसकी वृद्धि की गति तेज हो सकती है।

सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) है, जो यौन संबंधों के माध्यम से फैलता है। यह वायरस धीरे-धीरे सर्विक्स की कोशिकाओं में परिवर्तन लाकर कैंसर का कारण बन सकता है। कभी-कभी यह संक्रमण अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह लंबे समय तक बना रहता है और गंभीर रूप ले लेता है। यह बीमारी विशेष रूप से उन महिलाओं में अधिक देखी जाती है जो कम उम्र में यौन संबंध बनाती हैं, एक से अधिक यौन साथी रखती हैं या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। जिन महिलाओं ने नियमित रूप से पैप स्मीयर टेस्ट नहीं करवाया या जिनमें पहले से HPV संक्रमण रहा है, उनमें भी इसका खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, धूम्रपान करने वाली महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।

सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक लक्षण

आरएमएल हॉस्पिटल की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सलोनी चड्ढा के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक चरण में आमतौर पर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, कुछ संकेत दिखाई देने लगते हैं। सबसे सामान्य लक्षणों में वेगाइना से असामान्य रक्तस्राव शामिल है, जैसे कि पीरियड्स के बीच, यौन संबंध के बाद या मेनोपॉज के बाद।

इसके अतिरिक्त, वेगाइना से बदबूदार डिस्चार्ज, पेल्विक क्षेत्र में दर्द, यौन संबंध के दौरान दर्द और थकान या कमजोरी भी महसूस हो सकती है। कई महिलाओं में वजन घटना, भूख कम लगना और सूजन जैसे लक्षण भी देखे जाते हैं। यदि संक्रमण फैलता है, तो टांगों में दर्द या सूजन और पेशाब करने में कठिनाई भी हो सकती है। ये सभी संकेत प्रारंभिक जांच और उपचार की आवश्यकता को दर्शाते हैं।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय

HPV वैक्सीन अवश्य लगवाएं, यह 9 से 26 वर्ष की आयु तक सबसे प्रभावी होती है।

हर 3 साल में एक बार पैप स्मीयर टेस्ट करवाएं।

सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।

धूम्रपान और तंबाकू का सेवन पूरी तरह से छोड़ दें।

स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से इम्यूनिटी को बढ़ाएं।

असामान्य रक्तस्राव या दर्द जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.