×

महाराष्ट्र विधानसभा में झड़प के बाद सुरक्षा उपायों में बदलाव

महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और एनसीपी-एससीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों के बीच झड़प के बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सुरक्षा उपायों में बदलाव की घोषणा की है। उन्होंने आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने और आचार समिति के गठन पर निर्णय लेने की बात कही। जानें इस घटना के बाद क्या कदम उठाए गए हैं और विधायकों की प्रतिक्रिया क्या रही।
 

विधानसभा अध्यक्ष की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और एनसीपी-एससीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों के बीच हुई झड़प पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि उन्होंने तुरंत सुरक्षा विभाग को इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया। सुरक्षा विभाग ने उन्हें एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसके आधार पर मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में संबंधित व्यक्तियों और अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।


विधानसभा में आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध

स्पीकर राहुल नार्वेकर ने स्पष्ट किया कि राज्य विधानमंडल के सत्र के दौरान विधान भवन में आगंतुकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। केवल मंत्रियों, विधायकों, उनके आधिकारिक निजी सचिवों और सरकारी अधिकारियों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी। यह घोषणा राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड और भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों के बीच हुई मारपीट के एक दिन बाद की गई। इससे पहले दोनों विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी।


आचार समिति के गठन पर निर्णय

स्पीकर नार्वेकर ने बताया कि विधानमंडल आचार समिति के गठन पर एक सप्ताह के भीतर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदन के सत्र के दौरान मंत्रियों को विधानमंडल परिसर में आधिकारिक बैठकें करने और आगंतुकों से मिलने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, संबंधित विधायकों को उनके साथ आए व्यक्तियों के आचरण के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। पडलकर और आव्हाड दोनों ने सदन में अपने समर्थकों के बीच हुई हाथापाई पर खेद व्यक्त किया।